शहरी सुविधाएं मिलीं, अब टैक्स के लिए सर्वे
वाराणसी (ब्यूरो)। जल्द ही शहर की नई सरकार का गठन होने जा रहा है। जिसके लिए शहर के अंदर जनता को तमाम तरीके की सौगात देने की कसमें खायी जाएंगी। दूसरी तरफ से शहर के अंदर से बाहर तक के निवासियों को विकास की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए नगर निगम की तरफ से अपने आय के साधन को भी डेवलप किया जा रहा है। आमदनी के लिए नगर निगम की तरफ से शहर की जनता को विकास की सौगात दी जा सके। ऐसे में नगर निगम के कर निर्धारण विभाग की तरफ से अब तक शहर में एक साल के अंदर नये बने मकानों और फ्लैटों को चिंहित किया जा रहा है। इतना ही नहीं, नव शहरी गांवों के मिलने के बाद उन एरिया में भी बने नए मकानों और फ्लैटों को चिंहित किया जा रहा है। जिससे इन मकानों से जो रेवेन्यू विभाग को अब तक हासिल नही हो पा रही है उसे आसानी से हासिल कर लिया जाये और विकास के कार्यों को एक नई रफ्तार दी जा सके.
30 सदस्यों की टीम करेगी पड़तालकर निर्धारण विभाग की तरफ से शहरी सीमा से लेकर नवशहरी सीमा के अंदर बने मकानों की पड़ताल करने के लिए विभाग की तरफ से 30 सदस्यों की टीम तैनात कर दी गई है। इस टीम में 12 रेवेन्यू इंस्पेक्टर सहित अन्य आवश्यक कार्मिक कर्मचारियों को रखा गया है। जो प्रतिदिन की रिपोर्ट विभाग को करेंगे और बतायेंगे कि इतने नए मकानों को ट्रैस किया जा चुका है.
मार्च 2023 में ही चिन्हांकित किये गए थे 35871 मकान शहर के पांचों जोन के अंतर्गत मार्च 2023 तक सर्वे करवाया गया। इस दौरान ïिवभाग के अंदर रजिस्टर्ड भवनों के बाद 35871 नए मकान और फ्लैटों को चिंन्हित किया गया था जो नगर निगम को हाउस टैक्स और सीवर टैक्स का भुगतान नही कर रहे थे। ऐसे में नगरीय सीमा विस्तार होने के बाद उन इलाको में एक बार भी सर्वे नही करवाया जा सका है जिसको देखते हुए फिर से सर्वे करवाया जा रहा है। ऐसे में विभाग की तरफ से दावा किया जा रहा है कि बिना टैक्स का भुगतान दिए लोगों के द्वारा नगर निगम की समस्त प्रकार की सुविधाओं को लिया जा रहा है। जिसको देखते हुए अब एक बार फिर से कार्य में तेजी लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए है. राजस्व हासिल करने के बाद शुरू होगा विकास वर्कनगर निगम की तरफ से जहां शहर के स्थाई रूप से 2 लाख 16 हजार भवन स्वामियों सहित 35871 नए भवन स्वांिमयों सहित नये इलाकों में अनुमानित 69302 भवन स्वामियों का चिन्हांकन के बाद उन्हें हाउस टैक्स,वाटर टैक्स,सीवर टैक्स का बिल जमा करने के लिए पत्राचार किया जायेगा। ऐसे में भवन स्वामियों के द्वारा नियमानुसार आनलाईन और आफलाईन दोनों तरीके से टैक्सेज को जमा कराया जायेगा। जिससे होने वाली आमदनी को नगर निगम शहर के अंदर ही विकास कार्यों को अंजाम देने में खर्च करेगा। यदि पत्राचार के बाद भी कोई भुगतान नहीं करता है तो उसके खिलाफ मुनादी सहित समस्त विधिक कारवाई की जायेगी.
एक नजर आंकड़े के खेल पर शहर के अंदर पुराने रिकार्ड के अनुसार भवन- 2 लाख 16 हजार पांच जोन में नए मकान चिन्हाकित-35871 89 गांवों के नए मकान-69302 कामर्शियल मकान-87602 वित्तीय वर्ष 2023-2024 में नए सिरे से सर्वे करवाया जा रहा है। इस दौरान जो अब तक सर्वे में मकान और फ्लैट शामिल नही थे उनको भी शामिल किया जायेगा और टैक्स को हासिल करने के लिए प्राथमिक तौर पर पत्राचार किया जायेगा. पीके मिश्रा, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी