ङ्क्षसहपुर ङ्क्षरग रोड पर अनियंत्रित कार ने एक ही परिवार के चार लोगों को रौंदा तीन की मौत मुंडन संस्कार में जाने के लिए आटो के इंतजार में खड़े थे सभी गुस्साई भीड़ ने कार को किया क्षतिग्रस्त चालक को जमकर पीटा

वाराणसी (ब्यूरो)सारनाथ क्षेत्र के ङ्क्षसहपुर ङ्क्षरग रोड पर रविवार दोपहर एक ही परिवार के चार लोग खड़े थे। वे मुंडन संस्कार में जाने के लिए आटो का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच संदहा से काल बनकर आ रही अनियंत्रित कार ने चारों को रौंद दिया। इस भीषण दुर्घटना में महिला व दो बच्चों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। सड़क दुर्घटना को देखकर स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया। नाराज लोगों ने कार पर धावा बोल दिया। कार को क्षतिग्रस्त कर दिया और चालक की पिटाई करते हुए अधमरा कर दिया। इसके बाद मुआवजे की मांग को लेकर ङ्क्षरग रोड पर चक्का जाम कर दिया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम खत्म कराया.

तेज रफ्तार में थी कार

मूल रूप से सारनाथ के हृदयपुर का रहने वाला विशाल राजभर ऊर्फ पुल्लू ङ्क्षसहपुर में सत्य नारायण के मकान में किराए पर परिवार के साथ रहता है। बड़ी बेटी पूजा के बेटे का मुंडन उसके ससुराल चोलापुर के भट्टपुरा कला में था। इसमें शामिल होने के लिए विशाल (50 वर्ष) अपनी पत्नी रमापत्ति देवी (45 वर्ष), तीन माह की नतिनी संध्या व तीन साल की अंशिका को लेकर ङ्क्षसहपुर ङ्क्षरग रोड बस स्टैंड के पास पहुंचा। सभी चोलापुर जाने के लिए आटो का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान संदहा की ओर से तेज रफ्तार कार उन्हें रौंदते हुए रोड किनारे गड्ढे में जा गिरी। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि चारों भी छिटककर गड्ढे में जा गिरे। रमापत्ति, संध्या व अंशिका की मौके पर मौत हो गई। विशाल गंभीर रूप से घायल हो गया। विशाल के पुत्र आशीष की तहरीर पर चालक के खिलाफ सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.

लोगों ने किया चक्का जाम

घटना की जानकारी होते ही ङ्क्षसहपुर से बड़ी संख्या में लोग ङ्क्षरग रोड पहुंच गए। कार को ईंट-पत्थरों से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। चालक चूनाडीह के सुरेश मौर्या की जमकर पिटाई करते हुए दो घंटे तक ङ्क्षरग रोड पर चक्का जाम कर दिया। सूचना मिलने पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। घायल चालक सुरेश मौर्या व विशाल को पं। दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल भेजा। उनकी हालत गंभीर देखकर चिकित्सकों ने बीएचयू के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया.

मुआवजे की मांग

चक्का जाम किए लोगों ने मुआवजे के रूप में विशाल के बेटे को चार लाख रुपये, आवास और जमीन देने की मांग की। पुलिस समझाने का प्रयास करती रही लेकिन लोग नहीं मान रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने मुआवजे का आश्वासन दिया, इसके बाद जाम समाप्त हुआ.

Posted By: Inextlive