वाराणसी में सोशल मीडिया पर छाया उमेश पाल हत्याकांड ट्विटर फेसबुक व इंस्टाग्राम पर शुरू हुई बहस मर्डर केस को लेकर कोई गवाह सुरक्षा कानून की बात कर रहा तो कोई एनकाउंटर को लेकर जता रहा खुशी

वाराणसी (ब्यूरो)इस समय पूरे प्रदेश में राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल के मर्डर का मामला छाया हुआ है। मर्डर के अगले दिन उत्तर प्रदेश विधान सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश के बीच हुई तीखी नोकझोंक को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छीड़ गई है। वाराणसी के लोग गवाह मर्डर को लेकर एक नए कानून की मांग करने लगे हैं तो योगी आदित्यनाथ की दहाड़ पर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। ये इसी चर्चा का आलम है कि सोमवार को प्रयागराज में अतीक के शूटर का एनकाउंटर होते ही वाराणसी के सोशल मीडिया पर 'लो शूरू हो गया मिट्टी में मिलाने का कामÓ टॉप पर ट्रेंड करने लगा.

बने गवाह संरक्षण कानून

ट्विटर पर यूजर अनुराग तिवारी ने ट्वीट किया 'उमेश पाल मर्डर केस भारत में मजबूत गवाह संरक्षण कानून की तत्काल आवश्यकता का एक दुखद अनुस्मारक हैÓ। दूसरे यूजर प्रशांत लिखते हैं 'लो शुरू हो गया मिट्टी में मिलाने का कामÓ इनका ये कमेंट सोमवार को प्रयागराज में अतीक के शूटर अरबाज के एनकाउंटर के बाद आया, जिसमें वे सीएम योगी के विधान सभा में आए कमेंट का बचाव करते नजर आ रहे हैं। इसी के बाद यूजर मानव लिखते हैं 'एक-एक को ढूंढ़कर न्याय होगा, ये योगी राज है, हल्के में ना लें, कोई माफिया बचेगा नहींÓ.

इस बार हो जाएंगे नेस्तनाबूद

उधर, फेसबुक पर भी मामले को लेकर यूजर्स के बीच बहस जारी है। वाराणसी के यूजर विवान लिखते हैं 'कोई मुगालते में ना रहे, अब माफिया राज नहीं चलेगा, शुरूआत हो गई है, एक-एक चुन-चुन कर निपटाए जाएंगे, बाबा ने प्रयागराज में पूरी फोर्स लगा रखी है, कोई बचेगा नहींÓ। इनकी पोस्ट पर मो। हाफिज कमेंट करते हैं, 'ये कार्रवाई तो सही है, लेकिन यदि इसे अन्य सरकारों ने भी परंपरा बनाई तो मुश्किल हो सकती हैÓ। हाफिज को जवाब देते हुए मुकेश लिखते हैं 'चिंता ना करें, अभी हाल फिलहाल कोई आने वाला नहीं, अभी बुल्डोजर बाबा की ही सरकार चलेगीÓ.

गवाहों की सुरक्षा जरूरी

फेसबुक पर ही उमेश पाल मर्डर केस को लेकर मीना कुमारी लिखती हैं 'योगी जी की पुलिस ने काम तो शुरू कर दिया है, लेकिन इससे उन गवाहों को सुरक्षा की गारंटी तो नहीं मिलती, जो किसी न किसी मामले में गवाह हैं। आए दिन गवाहों को धमकाने की खबरें आती हैं और पुलिस उनकी सुरक्षा को लेकर लापरवाह बनी रहती है। अब कुछ ऐसा कानून सामने आना चाहिए, जिससे गवाहों पर हाथ डालने से पहले लोग दस बार सोचेंÓ। मीना कुमारी की इस पोस्ट को जमकर सराहना मिली है और इसे 25 से अधिक लोगों ने शेयर किया है.

Posted By: Inextlive