ऑक्सीजन फुल होगी शहर की सड़कें
वाराणसी (ब्यूरो)। कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी ने हर किसी को चौंका दिया था। कंक्रीट में तब्दील होते शहर में लगातार पेड़-पौधे कटने की वजह से हरियाली पर जबर्दस्त असर पड़ा। वाराणसी में हरियाली के क्षेत्रफल में कमी भी देखी गई। यह सारी चीजें अब पुरानी बात हो गई है। अब बाबतपुर से लेकर कचहरी तक ही नहीं, बल्कि डाफी व अखरी बाईपास समेत शहर की लगभग सभी सड़कों पर लोगों को भरपूर ऑक्सीजन मिलेगा। जी-20 बैठक में शामिल मेहमानों के स्वागत में एयरपोर्ट से लेकर होटल ताज तक डिवाइडरों पर पेड़-पौधे लगाए गए, जो बनारस के लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है। ऐसे में अब शहर की सभी सड़कों की डिवाइडरों पर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे.
नौ साल में कट गए 45 हजार पेड़मानक के अनुसार 33 प्रतिशत भू भाग हरियाली से कवर होना चाहिए, लेकिन बहुत ही कम शहरी स्थानों पर पेड़ पौधे हैं। विकास योजनाओं के नाम पर वाराणसी में जिले में पिछले नौ सालों में 45 हजार से अधिक विशाल पेडों की कटाई हुई है। उसके सापेक्ष पौधरोपण भी किया गया, लेकिन वह अभी तक वजूद में नहीं आ सके हैं। कभी आनंदकानन कहलाने वाला शहर तो अब पूरी तरह से कंक्रीट का जंगल में तब्दील हो चुका है।
क्षेत्रफल में हुई 0.1 फीसदी बढ़ोतरी
जिले के क्षेत्रफल और आबादी के हिसाब से पौधों की संख्या शहर में बेहद नाकाफी है। इसके कारण बनारस विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में कई बार शामिल हुआ। यहां भौगोलिक क्षेत्रफल 1535 स्क्वायर किलोमीटर है और उसके सापेक्ष 19 स्क्वायर किलोमीटर ग्रीन कवर क्षेत्रफल है जो 1.11 फीसदी है। संस्था फारेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के 2017 से 19 के रिपोर्ट के मुताबिक बनारस में हरियाली के क्षेत्रफल में 0.1 प्रतिशत की बढ़त हुई है। 2022 के आने वाली सर्वे रिपोर्ट में भी मामूली बढ़ पाई गई है। इसके लिए हमने जिलेभर में 420 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण किया है. पार्कों में ओपन जिम की व्यवस्था बनारस के लोगों के स्वास्थ्य लाभ के लिए शहर के लगभग सभी पार्कों में ओपन जिम की व्यवस्था की गई है। मार्निंग वॉक के साथ लोग व्यायाम भी कर सकेंगे। बच्चों के लिए झूले भी लगाए गए हैं। इसके अलावा शहर की सड़कों के डिवाइडरों पर पेड़-पौधे लगाने के साथ-साथ किनारे इंटरलॉकिंग भी कराई जाएगी। जो व्यक्ति पार्क नहीं जा पाए तो वह सुबह-सुबह सड़कों के किनारे मॉर्निंग वॉक कर अपना सेहत सुधार कर सकता है.वाराणसी की हरियाली में लगातार सुधार हो रही है। घर से निकलते ही लोगों को भरपूर ऑक्सीजन मिलेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए शहर की सड़कों के डिवाइडरों पर पौधे लगाए जा रहे हैं। बहुत जल्द ही यह काम पूरे शहर में होंगे.
कौशलराज शर्मा, कमिश्नर