मंडुवाडीह में दौड़ी अफवाह की ट्रेन
-ट्रेन डिरेल्ड में कई पैसेंजर्स की मौत होने की सूचना पर तहसील दिवस छोड़कर भागे डीएम-एसपी
-बाद में मॉकड्रिल किये जाने का पता चलने पर गए लौट VARANASI राजातालाब में आयोजित तहसील दिवस में डीएम-एसएसपी फरियादियों की कम्प्लेन सुन रहे थे, तभी अचानक फोन की घंटी बजी कि मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन पर ट्रेन डिरेल्ड हो गई है, जिसमें दर्जनों यात्रियों की मौत हो गई है। इतना सुनते ही सभी आलाधिकारी तहसील दिवस छोड़ आनन-फानन में राजातालाब से मंडुवाडीह की ओर कूच कर गये, हालांकि रास्ते में ही पता चला कि रेल अधिकारियों के निर्देश पर मॉकड्रिल किया जा रहा है तब जाकर आलाधिकारियों ने राहत की सांस ली और फिर तहसील दिवस की ओर रिर्टन हो गये। हर तरफ दिखी भागमभागमंडुवाडीह रेलवे यार्ड में मंगलवार की सुबह रेलवे अधिकारियों की मौजूदगी में मॉकड्रिल शुरू हुआ। इस दौरान एनडीआरएफ, सशस्त्र पुलिस बल, आरपीएफ, फायर ब्रिगेड ने यार्ड में खड़ी एक बोगी को गैस कटर से काट कर घायलों को स्ट्रेचर पर लादकर मेडिकल पोस्ट पर चेकअप के लिये एडमिट कराया। वहीं जवानों ने कोच की विंडो को गैस कटर से काटकर इंजर्ड पैसेंजर्स व डेडबॉडी को बाहर निकाला। सीरियस पैसेंजर्स को एम्बुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाया गया।
छह की मौत, दस हुए इंजर्डलगभग ढाई घंटे चले मॉकड्रिल के बाबत सीनियर डीएसओ महताब हुसैन ने बताया कि यदि मंडल में कोई दुर्घटना हो जाए तो कैसे पैसेंसर्ज की जान बचाई जा सकती है, इसी के लिए यह रिहर्सल किया गया। मॉकड्रिल के दौरान डीआरएम एसके कश्यप, सीनियर कमांडेंट आरके शर्मा, एनडीआरएफ के सेकेंड इन कमांड अफसर कौशलेश राय, डिप्टी कमांडेंट देवेंद्र, असिस्टेंट कमांडेंट आशीष, डॉ एन त्रिपाठी, डॉ। एके सिंह, डॉ। आरआर सिंह, मंडुआडीह स्टेशन अधीक्षक सीपी सिंह रहे। मॉकड्रिल में क्0 पैसेंजर्स को इंजर्ड और छह पैसेंजर्स को डेड डिक्लेयर किया गया। डीएम-एसएसपी इस खबर के तुरत बाद तहसील दिवस छोड़कर मंडुवाडीह के लिए रवाना हो गए लेकिन रास्ते में ही उन्हें इस मॉकड्रिल का पता चल गया जिसके बाद वे लौट गए।