संसाधन के अभाव में जूझने वाले सीएचसी और पीएचसी बने पहली पसंद जनपद में जननी सुरक्षा योजना की आईकॉन बनकर उभरे स्टाफ सिजेरियन प्रसव में चोलापुर जनपद में टॉप

वाराणसी (ब्यूरो)वाराणसी स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी नारी शक्ति ने सच्ची लगन, कड़ी मेहनत से न केवल उन्होंने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में सफलता का झंडा गाड़ा है बल्कि हेल्थ विभाग का भी मान बढ़ाया है। उपलब्ध संसाधनों में बेहतर कोशिशों का ही नतीजा है कि जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत 116 सिजेरियन व 478 सामान्य प्रसव कराकर जनपद में अव्वल आई हैैं। इन इलाकों में सैकड़ों निजी अस्पतालों का जाल होने के बाद भी लोग इन केंद्रों को प्राथमिकता दे रहे हैैं। इन स्किल्ड, नर्स, आशा व चिकित्सक की वजह से पीएचसी व सीएचसी केंद्रों में प्रसव कराने के लिए गभवर्ती के परिजन रूचि ले रहे हैैं। सीएमओ ने गणतंत्र दिवस पर इन लोगों को सम्मानित कर सराहना की.

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पहले करना पड़ता था रेफर

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर में तैनात डॉ गायत्री ने वर्ष 2022 में अप्रैल से दिसंबर के बीच 116 सिजेरियन प्रसव कराकर जिले की सभी सीएचसी में चोलापुर सीएचसी को पहले स्थान पर ला दिया है। डॉ। गायत्री बताती हैं कि वह इस सीएचसी पर वर्ष 2016 में तैनात हुई थी। तब संसाधनों के अभाव के चलते यहां बहुत कम ही सिजेरियन प्रसव हो पाते थे। कई केसेज को रेफर तक करना पड़ता था। तैनाती के बाद से लगातार किये गये प्रयासों का नतीजा रहा कि संसाधनों की कमी पूरी हुई। साथ ही संस्थागत प्रसव के साथ ही सिजेरियन प्रसव भी कराने में सफलताएं मिलने लगी। लगातार किये गये ऐसे ही प्रयासों का नतीजा है कि आज यह सीएचसी सिजेरियन प्रसव कराने के मामले में हम पहले स्थान पर हैैं.

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दिन हो या रात, मदद को तैयार

सिंधौरा स्वास्थ्य उपकेंद्र में तैनात एएनएम रीता देवी की। उन्होंने वर्ष 2022 में अप्रैल से दिसंबर माह के बीच 478 सामान्य प्रसव कराने की सफलता हासिल की है। रीता देवी बताती है कि वह इस उपकेंद्र पर वर्ष 2007 से तैनात हंै। रात हो या दिन, वह इलाके की गर्भवती महिलाओं की सेवा में 24 घंटे तत्पर रहती हैं। वह बताती हैं कि प्रसव के लिए उनके उपकेंद्र पर आयी गर्भवती कई बार बेहद घबराई हुई होती हंै। उनके परिजन भी चिंता में होते हैं। तब उनका पहला फर्ज होता है उन्हें समझाना और भरोसा दिलाना कि सब अच्छा होगा। हमारी टीम की प्रयास और सूझबूझ का नतीजा ही है कि सिंधौरा उपकेंद्र पर सामान्य प्रसव की संख्या ज्यादा है.

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इलाके पर रहती है नजर

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हरहुआ की आशा संगीता वर्ष 2022 में अप्रैल से दिसंबर माह के बीच 64 संस्थागत प्रसव कराने की सफलता प्राप्त की है। संगीता को मंसापुर, हरहुआडीह व हरहुआ बाजार क्षेत्र की जिम्मेदारी मिली है। उनका पूरा प्रयास होता है कि क्षेत्र के हर घर से वह बराबर संपर्क में रहें। इसके लिए वह क्षेत्र में बराबर भ्रमण करती रहती हैं, जिसे जरूरत होती है, उसे स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर जांच कराती है और दवाएं दिलवाती हैैं।

जनपद में जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत सिजेरियन और सामान्य प्रसव में बेहतर उपलब्धि हासिल करने के लिए डॉ गायत्री, सिंधौरा की एएनएम रीता व आशा संगीता को सम्मानित किया गया। हेल्थ महकमे के अन्य स्टाफ भी इनके हार्ड वर्क से सीख सकते हैैं.

डॉसंदीप चौधरी, सीएमओ

Posted By: Inextlive