एक बीघा जमीन के लिए तीन साल के भतीजे को मार डाला
वाराणसी (ब्यूरो)। फूलपुर थाना क्षेत्र के रायतारा गांव में दिल दहला देने वाली वारदात ने हर किसी को झकझोर दिया। सिर्फ 20 बिस्वा जमीन के लिए सगे चाचा ने तीन साल के मासूम को गमछे में कवर कर किडनैप कर लिया। इसके बाद घर से करीब आधा किमी दूर कुएं में जिंदा ही फेंक दिया। पानी में डूबने से मासूम की मौत हो गई। बच्चे के पिता की महज 15 दिन पहले बीमारी से मौत हुई थी। चाचा को लगा कि आगे चलकर बच्चा उस जमीन का वारिस बन जाएगा। घटना की जानकारी होने पर पूरे क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दर्जनभर से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो बच्चे को ले जाते चाचा दिखा। पुलिस ने चाचा को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल लिया। पुलिस ने हत्यारोपी चाचा बाबूलाल (36) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दो बीघा है जमीन
वारदात फूलपुर थाना क्षेत्र के रायतारा गांव में किशोरी लाल रहते हैं। उनकी दो बीघा जमीन है। दो बेटे थे, इसमें बड़े बेटे भैया लाल की 15 दिन पहले बीमारी के चलते मौत हो गई। भैया लाल की पत्नी और 3 साल का इकलौता बेटा कृष्ण कुमार घर में ही किशोरी लाल के साथ रहते थे। साथ ही छोटा बेटा बाबू लाल भी रहता है। किशोरी लाल जिलापूर्ति विभाग में ड्राइवर थे। 2008 में रिटायर्ड होने के बाद गांव में रहते थे.
सोते वक्त 4 बजे बच्चे को किडनैप किया
गुरुवार को मासूम कृष्ण दादा किशोरी लाल के साथ घर के बाहर सो रहा था। सुबह 4 बजे किशोरी लाल पोते को बिस्तर पर छोड़कर खेत चले गए। कुछ देर बाद लौटकर आए तो कृष्ण बिस्तर पर नहीं था। उनको लगा कि बच्चे की मां उसे अंदर ले गई होगी। कुछ देर तक जब उनको कृष्ण नहीं दिखा तो घर में आवाज लगाई। तब पता चला कि कृष्ण अंदर भी नहीं है.
घर में मचा कोहराम, पुलिस को बुलाया
परिवार ने आसपास के घर देखे तो वहां भी कृष्ण का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद कोहराम मच गया। तुरंत पुलिस को बच्चे के अपहरण की सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। बच्चे के दादा किशोरी लाल से पूछताछ की। उन्होंने पूरी घटना को सिलसिलेवार बताया। वह कब खेत गए। कितनी देर में लौटे। पुलिस ने आसपास के ग्रामीणों से भी पूछताछ की। इस दौरान एक व्यक्ति ने बताया कि उसने गुरुवार तड़के किशोरी लाल के छोटे बेटे बाबू लाल को गांव के बाहर से आते हुए देखा था। इसके बाद पुलिस ने दादा से फिर कुछ प्वाइंट्स पर पूछताछ की। घर से एक किमी तक कुछ जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को पुलिस ने खंलागा तो बाबू लाल बच्चे को ले जाते दिखा.
जमीन को लेकर हुआ था बाप-बेटे में झगड़ा
दादा किशोरी लाल ने बताया कि 15 दिन पहले उनके बड़े बेटे की मौत हो गई थी। 2 दिन पहले ही बेटे की तेरहवीं थी। बच्चे के लापता होने से एक दिन पहले उनके छोटे बेटे ने जमीन को लेकर झगड़ा किया था। उसने किशोरी लाल से जमीन अपने नाम करने की बात कही थी। इस पर किशोरी लाल ने कहा था कि वह जमीन तो अपने पोते के नाम ही करेंगे। इस पर पुलिस का चाचा बाबू लाल पर शक गहराया। पुलिस बाबू लाल को हिरासत में लेकर थाने गई। वहां पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया। उसने अपना गुनाह कबूल लिया। मासूम की हत्या की बात कबूल करने के बाद पुलिस उसे वापस गांव ले गई। वहां उसकी निशानदेही पर शुक्रवार सुबह 10 बजे गांव के बाहर कुएं से बच्चे का शव बरामद किया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
तेरहवीं के दिन ही बनाई थी साजिश
पुलिस पूछताछ में बाबू लाल ने बताया कि भैया लाल की मौत के बाद उसकी जमीन हथियाने के इरादे से भतीजे की हत्या की साजिश बनाई। तेरहवीं के दिन ही उसके अपहरण की साजिश रची, लेकिन सफल नहीं हो पाया। गुरुवार सुबह सोकर उठा तो बाहर बिस्तर पर कृष्णा को अकेला पाया। आसपास किसी को नहीं देखकर उसे उठाकर गांव के बाहर ले गया और वहां हत्या कर दी।
पुलिस टीम पर 10 हजार रुपये का पुरस्कार
डीसीपी प्रबल प्रताप सिंह ने घटना का खुलासा करने वाली टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। डीसीपी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि सम्पत्ति के विवाद में मृत बालक कृष्ण कुमार के चाचा बाबूलाल ने ही उसे बिस्तर से उठा कर घर से कुछ दूर स्थित सिवान के कुएं में जिंदा ही फेंक दिया। पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों से बातचीत व सीसीटीवी फुटेज के खंगाले के बाद उक्त युवक के शक के आधार पर उठाया गया। उसके बाद जब कढ़ाई से पूछताछ की तो वह बच्चे को सम्पत्ति के विवाद में मारने की बात कही। उसकी निशानदेही पर अपहृत बालक के शव को कुएं से बरामद किया गया.