घंटों तलाश के बाद गोताखोरों ने निकाला दोनों का शव

वाराणसी (ब्यूरो)मोबाइल से रील बनाने के चक्कर में दो युवकों की रियल लाइफ खत्म हो गई। शनिवार को गंगा स्नान के दौरान तुलसी घाट पर डूबने से मौत हो गई। उनका एक साथी बच गया। सूचना मिलने के बाद जल पुलिस और एनडीआरएफ मौके पर पहुंची। गोताखोरों ने घंटों तलाश के बाद दोनों का शव निकाला।

गंगा स्नान का प्लान

आजमगढ़ के नानूपुर का रहने वाला प्रखर श्रीवास्तव (22 वर्ष) भेलूपुर थाना क्षेत्र के साकेत नगर के प्लाट संख्या 205 में किराए पर रहता था। हाइवे स्थित एसएमएस कालेज में बीकाम थर्ड ईयर का छात्र था। पढ़ाई के साथ टिफिन सप्लाई का काम भी करता था। दो दिन पहले उसका दोस्त आजमगढ़ के हरवंशपुर का रहने वाला अविनाश ङ्क्षसह (21 वर्ष) उसके कमरे पर आया था। वह जौनपुर के पालिटेक्निक कालेज में अंतिम वर्ष का छात्र था। उसे शुक्रवार को लौटना था इसलिए दोनों ने गंगा स्नान करने का मन बनाया। प्रखर के साथ रहने वाले और एसएमएस कालजे में ही बीकाम सेकेंड ईयर के छात्र जौनपुर के रूहट्टा निवासी अवनीश चौरसिया के साथ दोनों सुबह साढ़े सात बजे असि घाट पहुंचे.

गंगा में उठ रही थीं लहरें

स्कूटी को घाट किनारे खड़ा करके अवनीश और अविनाश ने अपना मोबाइल उसमें रख दिया और गंगा में नहाने चले गए। सेल्फी लेने और रील बनाने के लिए प्रखर ने अपना मोबाइल साथ रखा था। सुबह मौसम खराब होने की वजह से गंगा में लहरें उठ रही थीं। नहाने वालों की संख्या भी कम थी। तीनों युवक असि घाट पर कम पानी में स्नान करने लगे। मोबाइल से रील बनाते व सेल्फी लेते मौज-मस्ती कर रहे थे। इसी दौरान मोबाइल से वीडियो बनाते हुए प्रखर व अविनाश नदी में ही तुलसी घाट की ओर बढऩे लगे। अवनीश अस्सी घाट पर ही रुका रहा। थोड़ी दूर चलते-चलते अचानक से दोनों गहरे पानी में चले गए और डूब गए।

चेतावनी नहीं सुनी

घाट पर मौजूद लोगों का कहना है कि प्रखर व अविनाश तुलसी घाट की ओर बढ़ रहे तो गंगा में स्नान कर रहे कुछ लोगों ने उन्हें चेतावनी देते हुए बताया था कि आगे गहरा पानी है और वह डूब सकते हैं। दोनों ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया और आगे बढ़ते रहे। तुलसी घाट पर चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है लेकिन दोनों ने उस पर भी गौर नहीं किया।

नाविक नहीं बचा सका जान

तुलसी घाट पर जिस वक्त दोनों युवक डूब रहे थे उस वक्त दशाश्वमेध का नाविक राजू नाव लेकर गुजर रहा था। दोनों ने बचाने की गुहार लगाई तो वह भी शोर मचाते हुए गंगा में कूदा। अपनी नाव का चप्पू उनकी तरफ बढ़ाया लेकिन दोनों उसे पकड़ नहीं पाए और गहरे पानी में समा गए। शोर-शराब सुनकर अवनीश भागकर तुलसी घाट पहुंचा तो उसे प्रखर व अविनाश के डूबने की जानकारी हुई। उसने एक आटो चालक से मोबाइल लेकर अपने दोस्तों को घटना की जानकारी दी।

सूनी पड़ी थी पुलिस चौकी

अवनीश का कहना है कि घटना की जानकारी होने पर वह पुलिस की मदद लेने के लिए अस्सी चौकी पर पहुंचा तो वहां कोई नहीं था। वहां लिखे चौकी प्रभारी राजकुमार वर्मा का मोबाइल मिलाया तो वह बंद बता रहा था। परेशान होकर उन्होंने 112 पर फोन किया तो थोड़ी देर बाद फैंटम दस्ता पहुंचा.

Posted By: Inextlive