Varanasi news: ये तो बनारस पुलिस का गोलमाल है, तहरीर में अजय सिंह का नाम, एफआईआर से गायब
वाराणसी (ब्यूरो)। गोदौलिया में बीच चौराहे पर आम लोगों की भीड़ के सामने रविवार रात हिन्दू युवा वाहिनी संगठन के मनबढ़ कार्यकर्ताओं ने दशाश्वमेध थाने के देवनाथपुरा चौकी पर तैनात दारोगा आनंद प्रकाश से न सिर्फ दुव्र्यवहार किया, बल्कि वर्दी फाड़कर बैज नोचने के बाद इंडिकेटर तोड़ दिया था। साथियों की मौजूदगी में दरोगा से मारपीट तक की गई। पिछले चार दिन से इस पूरे घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस संबंध में पीडि़त दारोगा आनंद प्रकाश की ओर से तहरीर दी गई। इसमें आरोपियों की पहचान नितिश सिंह, नितेश नरसिंघानियां, राहुल सिंह, सन्नी गुप्ता, गप्पू सिंह, अजय सिंह के रूप में हुई। धारा 147, 332, 353, 307, 504, 506, 427 में मुकदमा भी दर्ज किया गया, लेकिन दरोगा से दुव्र्यवहार करने वाले युवक अजय सिंह का नाम एफआईआर में शामिल नहीं किया गया, जबकि वायरल वीडियो में वह साफ नजर आ रहा है। आखिरकार किसके इशारे या डर की वजह से एफआईआर से उसका नाम गायब कर दिया है। इसकी जांच चल रही है। बहुत जल्द ही सच सामने आएगा।
कई बाद बदली गई तहरीर
सोशल मीडिया पर गोदौलिया पर हुई घटना का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसके साथ ही पीडि़त दरोगा आनंद प्रकाश की ओर से लिखी तहरीर भी वायरल हो रही है। तहरीर में साफ लिखा गया है कि मौके ए वारदात के दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो फुटेज को देखने के बाद कुछ लोगों द्वारा बताया गया कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति नितिश सिंह, नितेश नरसिंघानियां, राहुल सिंह, सन्नी गुप्ता, गप्पू सिंह, अजय सिंह तथा अन्य सभी अज्ञात लोग हैं। इन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने की कृपा करें, जबकि कमिश्नरेट पुलिस का कहना है कि जो तहरीर दशाश्वमेध थाने में दी गई है, इसमें अजय सिंह का नाम नहीं है। पीडि़त दरोगा आनंद प्रकाश ने कई बार तहरीर बदली है.
दुव्र्यवहार करने वालों की पहचान
इस मामले में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से बातचीत की। उन्होंने साफ कहा कि तहरीर के आधार पर ही एफआईआर दर्ज की गई है। सोशल मीडिया वायरल तहरीर में अजय सिंह का नाम होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीडि़त दारोगा आनंद प्रकाश की ओर से कई बार तहरीर बदली गई है। दरोगा ने किसके कहने पर या किस वजह से तहरीर बदली है। इसकी जांच कराई जा रही है। रही बात अजय सिंह की। वीडियो फुटेज में दरोगा से दुव्र्यवहार करने वालों की पहचान की जा रही है। किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है।
विधायक का करीबी है अजय सिंह
दरोगा की तहरीर में लिखे गए अजय सिंह के नाम को पुलिस ने नामजद एफआईआर से हटा दिया। आरोप है कि अजय सिंह सत्ता दल के विधायक, पूर्व एमएलसी और हिन्दू युवा वाहिनी के प्रभारी का करीबी है। इन्हीं लोगों की पैरवी के चलते पुलिस ने एफआईआर से अजय सिंह का नाम हटा दिया। सोशल मीडिया पर अजय सिंह की फोटो विधायक, पूर्व एमएलसी और हिन्दू संगठन के नेता के साथ खूब वायरल हो रही है। वह लोगों में इन तस्वीरों के बल पर धौंस जमाता है। साथ ही पुलिसिया कार्रवाई पर भी खूब सवाल उठ रहे हैं।
पुलिस की किरकिरी
गोदौलिया प्रकरण में अभी तक पुलिस के हाथ खाली है। बुधवार को पुलिस को चकमा देकर एक आरोपी रितेश नरसिंघानी के आत्मसमर्पण से कमिश्नरेट पुलिस की किरकिरी हो रही है। अन्य आरोपी भी सरेंडर करने की तैयारी में लगा है। इधर, पुलिस की तीन टीमें लगातार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपित को पकड़ नहीं पाई है।
पीडि़त दारोगा की तहरीर के आधार पर ही एफआईआर दर्ज की गई है। तहरीर में अजय सिंह का नाम नहीं है। पीडि़त कई बार तहरीर बदली गई है। दारोगा ने इसके कहने पर या किस वजह से तहरीर बदली है। इसकी जांच कराई जा रही है। वीडियो फुटेज में दारोगा से दुव्र्यवहार करने वालों की पहचान की जा रही है। किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मोहित अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर
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