सावन के तीसरे सोमवार पर बाबा काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. रात तक छह लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा दरबार में पहुंचे. यह आंकड़ा पिछले सोमवार से अधिक रहा.


वाराणसी (ब्यूरो): सावन के तीसरे सोमवार पर बाबा काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। रात तक छह लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा दरबार में पहुंचे। यह आंकड़ा पिछले सोमवार से अधिक रहा। गंगा में बढ़ते जलस्तर के चलते इस बार ललिता घाट से एंट्री रोक दी गई थी। ट्रैफिक प्लान लागू होने से कई जगहों पर जाम भी लगा.

फूलों की बारिश हुई

तीसरे सोमवार को भी काशी सावन की फुहारों के लिए तरस गई। इसी बीच विश्वनाथ धाम में पहुंचे श्रद्धालुओं पर अधिकारियों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। कांवरियों की सेवा के लिए जगह-जगह शिविर लगे, जहां भक्ति गीतों के बीच सेवा की गई।

रात तक गूंजरे रहे जयकारे

सावन के सोमवार पर जलाभिषेक के लिए रविवार से ही भक्तों का आने का सिलसिला शुरू हो गया था। रविवार रात तक चार लाख भक्त पहुंचे थे। सोमवार को भोर से लेकर देर रात तक शिवमय माहौल में बोल बम, हर-हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे। कतार में लगे लोगों को कई-कई घंटे तक प्रतीक्षा करने के बाद बाबा के दर्शन हुए। घाट से मैदागिन तक भक्तों का सैलाब उमड़ता रहा। शाम को श्रृंगार भोग आरती में बाबा का अमृत वर्षा के रूप में शृंगार किया गया।

लंबी लगीं कतारें

रविवार की शाम से ही लगी कतारों के बीच उत्साह चरम पर था। भक्तों की एक कतार बांसफाटक गोदौलिया, दशाश्वमेघ रोड से होते हुए घाट के मार्ग तक तो दूसरी कतार चौक होते नीचीबाग तक पहुंच गई थी।

Posted By: Inextlive