हद है! दवा में साल्ट ही नहीं
वाराणसी (ब्यूरो)। साढ़े सात करोड़ की पकड़ी गई दवा की रिपोर्ट का सच चौंकाने वाला है। ड्रग विभाग द्वारा भेजी गई दवा के सैंपल के करीब पांच रिपोर्ट फेल हो चुके हैैं। अभी और दवाओं का रिपोर्ट आना बाकी है। फिलहाल पांच निगेटिव रिपोर्ट ने यह तय कर दिया कि बीमारी से आराम दिलाने वाले दवा का कोई साल्ट ही नहीं था। फिलहाल निगेटिव रिपोर्ट आने से एक बार फिर नकली दवा कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। ड्रग विभाग ने नकली दवा का कारोबार करने वाले करीब 20 कारोबारियों के कॉल को ट्रेस किया है। इनमें कई नकली दवा के कारोबार में शामिल होना बताया जा रहा है.
मुकदमा दर्ज कराने में जुटा विभागलहरतारा में पिछले दिनों एसटीएफ के संग ड्रग विभाग ने करीब साढ़े सात करोड़ की नकली दवा पकड़ी थी। सभी दवाओं का सैंपल लेकर टेस्ट के लिए लखनऊ लैब में भेजा था। इनमें से करीब पांच की रिपोर्ट फेल आ चुकी है। ड्रग विभाग इनसे जुड़े नकली दवा कारोबारियों पर मुकदमा दर्ज कराने में जुट गया है।
पेन-40, टैक्सीम की रिपोर्ट फेलऔषधिक नियंत्रक विभाग ने नकली लहरतारा में छापामार कर दवा को पकड़ा था। टीम ने पेनमॉल्ट-एन, टैक्सिम-ओ, पेन-40, पैन-डी कैप्सूल, क्लावम- 625, कीमोरल फोर्ट, मोनोसेफ-ओ, फिक्सीरॉन-200 सेफी एक्साइम समेत करीब 25 दवाओं के सैंपल लिए थे। इन दवाओं की खेप को फ्र ज करवाया था। क्योंकि टीम को शक था ये दवाएं नकली कारोबारियों ने जान के साथ खिलवाड़ करने के लिए तैयार करवाया था।
पांच के सैंपल फेल इसके बाद ड्रग विभाग की टीम ने सभी सैंपल को जांच के लिए भेज दिया। लेबोरेट्री में इनमें से पांचों दवाओं के सैंपल के रिपोर्ट फेल आ गए। यह तय हो गया कि बीमारी के लिए यह दवाएं नहीं बनी थी सिर्फ कमाई के लिए तैयार की गयी थी। इन दवाओं को शहर के आसपास के अलावा देश के कई राज्यों में सप्लाई की गयी थी। 19 और रिपोर्ट आनी है ड्रग विभाग के अफसरों की मानें तो नकली दवाओं के करीब 24 नमूने सैंपल के लिए लखनऊ भेजा गया है। इनमें से पांच की रिपोर्ट आ गयी है 19 की रिपोर्ट आना बाकी है। सभी रिपोर्ट आने के बाद नकली दवा कारोबारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाएगा। रिपोर्ट में दवा में साल्ट ही नहींकितनी चौंकाने वाली बात हैं कि पांच नकली दवाओं के रिपोर्ट जो आए है उनमें यह बताया गया है कि दवा में कोई साल्ट ही नहीं पाया गया। दोयम दर्ज का खडिय़ा से दवाओं को बनाया गया था सिर्फ कमाई करने के लिए। विभाग के अफसरों की मानें नकली दवाओं में लिप्त करीब शहर के 20 कारोबारी निशाने पर है। इनके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर दे दिया गया है.
नकली दवा कारोबारियों के खिलाफ जल्द ही एफआईआर कराया जाएगा। 24 दवाओं को सैंपल के लिए भेजा गया था। इनमें पांच के रिपोर्ट आ चुके हैं 19 के रिपोर्ट आना बाकी है. अमित कुमार बंसल, डीआई