Varanasi news: ये तो टेम्प्रेचर टॉर्चर है, स्टेशन में 49 तो काशी विद्यापीठ में 46 डिग्री
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी समेत पूर्वी यूपी के कई जिले भीषण गर्मी की चपेट में हैं। सोमवार को मैक्सिमम टेम्प्रेपर 42.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पर जो पारा रिकॉर्ड हुआ। उससे कहीं अधिक गर्मी का अहसास पब्लिक को हुआ। वेदर एक्सपर्ट की मानें तो रविवार की तुलना में सोमवार को टेंप्रेचर थोड़ा कम रहा, लेकिन धूप तेज होने से लोगों को गर्मी का अहसास ज्यादा हो रहा है। इसे जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने अलग-अलग स्थानों का टेम्प्रेचर तापमापी से नापा तो यह काफी अधिक रहा। कैंट रेलवे स्टेशन परिसर का तापमान 49.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि काशी विद्यापीठ परिसर का टेम्प्रेचर 46.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। एक्सपर्ट ने अलग-अलग स्थानों पर अधिक तापमान होने की वजह भी बताई।
कैंट रेलवे स्टेशन 49.1 डिग्री
यह सिटी का सबसे ज्यादा क्राउडेड एरिया है। यहां का तापमान 49.1 डिग्री पाया गया। हर तरफ गाडिय़ों और इमारतों के बीच फ्लाईओवर से रिफ्लेक्ट करती धूप और भोजनालयों में जल रही भट्टी से आग निकल रही थी, जो तापमान बढ़ाने का काम कर रही थी। स्टेशन कैंपस और बाहर एक भी पेड़-पौधा न होने से भी यहां गर्मी चरम पर थी। छांव के लिहाज से इस एरिया में कोई जगह नहीं थी.
काशी विद्यापीठ 46.2 डिग्री
वैसे तो इस एरिया में हरियाली भी है, लेकिन खुला स्थान काफी अधिक होने और चारों तरफ बड़ी-बड़ी इमारतें होने के कारण यहां का तापमान 46.2 डिग्री रहा। यहां तापमान में बढ़ोतरी की वजह स्टूडेंट्स का लगातार मूवमेंट बताया गया। कैंपस में एसी की संख्या अधिक है। साथ ही गाडिय़ों का आना जाना अधिक है।
लहुराबीर चौराहा 45.3 डिग्री
लहुराबीर चौराहे का तापमान 45.3 डिग्री रहा। भीड़ तो यहां भी थी, साथ ही वाहनों का मूवमेंट अधिक है। आसपास दुकानें होने के कारण एसी अधिक हैं, जिनसे गैसों का उत्सर्जन होता है।
42.5 डिग्री पहुंचा टेंप्रेचर
सोमवार का अधिकतम तापमान 42.5 तक चला गया, जोकि अभी सामान्य से 1.7 डिग्री ज्यादा है। इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस तक चला गया। ये सामान्य तापमान से भी करीब 4 डिग्री सेल्सियस ऊपर था। शहर का ऐसा कोई एरिया नहीं था जहां लोगों को गर्मी से राहत मिल सकें। हालांकि कुछ ऐसे एरिया जहां का टेंप्रेचर 50 डिग्री के करीब पहुंच गया था.
एक्सपर्ट कमेंट
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो। एसएन पांडेय का कहना है कि रविवार की तुलना में सोमवार का तापमान थोड़ा कम था। लेकिन गर्मी का एहसास रविवार जैसा ही होता रहा। अब रही बात अलग-अलग एरिया में अलग-अलग टेंप्रेचर की तो इसकी सबसे बड़ी वजह है हरियाली का खत्म होना। जहां कंक्रीट की सड़कें और ऊंची-ऊंची इमारते होंगी, वहां निश्चित रूप से गर्मी ज्यादा होगी ही। इमारतों लोहे पर पडऩे वाली धूप रिफ्लेक्ट करते हुए हृयूमन बॉडी पर पड़ती है। इसके साथ ही ये धरती के ताप को भी बढ़ाती है। वहीं जहां हरियाली है, वहां ये ताप कम होती है। इससे टेंप्रेचर डाउन रहता है.
तीन जिलों में लू का रेड अलर्ट
इधर, मौसम विभाग ने पूरे बनारस समेत पूर्वांचल के 3 जिलों में लू का रेड अलर्ट और बाकी 7 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने संकेत दिया है कि अगले 3 दिनों तक पूर्वांचल में हीट वेब का प्रकोप रहेगा। 50 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से गर्म हवा चलेगी। वहीं, यलो अलर्ट वाले इलाके में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से गर्म हवा चलेगी। लू का प्रकोप सुबह 10 बजे से दोपहर के 4 बजे तक रहेगा। इसे देखते हुए प्रशासन ने लू से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है कि इस समय फुल स्लीव कपड़ा पहनें और धूप से बचकर रहें.
रविवार की तुलना में सोमवार का तापमान कम रहा। धूप तेज और लू व गर्म हवा चलने से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। अगले दो दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इस मौसम में खुद को सेफ रखकर चलने के सिवाय कोई दूसरा चारा नहीं है.
प्रो। एसएन पांडेय, मौसम वैज्ञानिक