Varanasi news: बनारस में नए-पुराने साल के बीच दिख रहा विकास का संगम
वाराणसी (ब्यूरो)। साल-दर-साल बनारस बदल रहा है। पीएम की मंशानुसार काशी को प्राचीनता के साथ आधुनिक स्वरूप देने का सिलसिला जारी है। विश्वनाथ धाम में प्राचीनता और आधुनिकता का संगम देखकर पूरी दुनिया चौंक गई थी। सोशल मीडिया पर हर दिन बनारस की नई तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे देखकर हर कोई बनारस आने को आतुर है। विश्वनाथ धाम के बाद स्वर्वेद धाम को देखने के लिए साल के पहले दिन लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी। हरहुआ फ्लाईओवर के बाद फुलवरिया फोरलेन पर रील बनाने की होड़ मची है। इसी तरह 2024 में कई और योजनाएं पूरी हो जाएंगी, जिसका आनंद लेने के लिए काशी ही नहीं पूरी दुनिया बेताब दिखेगी। इस साल मार्च में रोपवे, सिगरा इंडोर स्टेडियम, कज्जाकपुरा आरओबी, आठ नये घाट समेत तमाम योजनाओं का शुभारंभ होने की उम्मीद है.
काशी में रोपवे का आनंद
काशी की यातायात को सुगम और सुचारू बनाने के लिए देश का पहला रोपवे मार्च 2024 में स्टार्ट हो जाएगा। रोपवे प्रोजेक्ट का पहला चरण मार्च में ही पूरा करने का टारगेट है। इसके लिए कैंट, काशी विद्यापीठ सिगरा और रथयात्रा पर रोपवे स्टेशन के निर्माण की गति फास्ट हो गई है। पहले चरण का निर्माण कुल दो सेक्शन में किया जा रहा है। रोपवे के पहले सेक्शन का निर्माण रथयात्रा तक और दूसरे सेक्शन का निर्माण गोदौलिया तक होगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के संचालन के लिए 807 करोड़ की परियोजना की नींव रखी थी। शुभारम्भ भी पीएम के हाथों से होगा। कैंट स्टेशन से चलने पर रथयात्रा तीसरा प्लेटफार्म होगा। यात्री कैंट रेलवे स्टेशन से बिना वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण के रथयात्रा तक की यात्रा लगभग 10 मिनट में तय कर सकेंगे। कैंट स्टेशन से शुरू होकर गोदौलिया चौराहे तक कुल पांच स्टेशन होंगे। इसमें कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे पर स्टेशन बनाया जाएगा। रोपवे की कुल दूरी 3.85 किलोमीटर है जो करीब 16 मिनट में तय होगी।
इंडोर स्टेडियम में 21 से ज्यादा गेम
सिगरा में स्मार्ट सिटी के तहत निर्माणाधीन इंडोर स्टेडियम का 90 फीसद काम पूरा हो चुका है। मार्च 2024 में इसका शुभारम्भ किया जाएगा। यहां खिलाडिय़ों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, ताकि पूर्वांचल में खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। दो मंजिला स्टेडियम पहली बार स्नूकर और बिलियर्ड्स जैसे खेलों की सुविधा मिलेगी। ओलंपिक स्तर के खेल तलवार बाजी के साथ ही अन्य खेलों के अभ्यास भी खिलाड़ी कर सकेंगे। मल्टी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक छत के नीचे 21 से ज्यादा इनडोर गेम खेल सकेंगे। इंटरनेशनल स्तर का स्विमिंग पूल, बास्केटबॉल, हैंड बॉल, बैडमिंटन, टेलब टेनिस, वेट लिफ्टिंग, जिम, कुश्ती, वॉलीबॉल जैसे खेल को खिलाड़ी खेल पाएंगे। इसके अलावा क्रिकेट और फुटबॉल ग्राउंड को नेशनल स्तर का बनाया जा रहा है।
कज्जाकपुरा पुल का निर्माण तेज
कज्जाकपुरा आरओबी का काम सितंबर, 2019 में शुरू हुआ था। 1355.51 मीटर लंबे पुल का निर्माण काफी अड़चन और टारगेट तिथि बदलने के बाद आखिरकार जून 2024 में पूरा होने की उम्मीद है। सीएम की सख्ती के बाद निर्माण कार्य में तेजी है। कज्जाकपुरा रेलवे ओवरब्रिज के बीच रेलवे अंडरपास के ऊपर एक वर्ष से बो स्ट्रिंग गर्डर की लंबाई को लेकर चल रहा विवाद भी खत्म हो गया है। रेलवे और राजकीय सेतु निगम की सहमति पर बो स्ट्रिंग गर्डर की लंबाई 64 मीटर तय की कई है। अंडरपास से सटे सीवर लाइन का जंक्शन पडऩे से काम आगे नहीं बढ़ पा रहा था। लंबाई बढ़ाने को लेकर राजकीय सेतु निगम ने रेलवे बोर्ड को संशोधित डिजाइन बनाकर भेजा था, लेकिन रेलवे ने तकनीकी पहलुओं को बताते हुए खारिज कर दिया था। रेलवे का अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) मिलते ही अंडरपास के दोनों तरफ पिलर बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
आठ घाटों का पुनर्विकास
हरिश्चंद्र और मणिकर्णिका घाट के बाद काशी और आठ घाटों के पुनर्विकास की तैयारी शुरू हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों से नमो घाट, सामने घाट की तरह आठ घाटों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया गया है, जो 2024 में पूरा करने की योजना है। गंगा घाटों पर पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चयनित घाटों को पक्के करने और सौंदर्यीकरण काम शुरू होगा.