VARANASI NEWS: दर्द का तोहफा देकर मंजिल तक पहुंचाती हैं काशी शहर की सड़कें
वाराणसी (ब्यूरो)। शहर की गड्ढायुक्त सड़कें न सिर्फ हादसों का कारण बन रही हैं, बल्कि लोगों को बीमार भी बना रही हैं। हाल ये है कि इस समय शहर 50 परसेंट पब्लिक मांसपेशियों, कमर दर्द और सवाईकल की दर्द से परेशान है। कोई चार साल से बीमारी को झेल रहा है तो कोई 8 साल से। आज तक उन्हें आराम नहीं मिल पाया। हालात यह है कि हर हफ्ते डाक्टर के यहां ट्रीटमेंट कराने के लिए पहुंचे रहते है। इसकी सबसे बड़ी वजह शहर की गडढ़ायुक्त सड़कें हैं जो लोगों को गंभीर दर्द दे रही हैं।
हर पांच मीटर पर गडढा
सिगरा से सोनिया की सड़क को देख लीजिए। हर पांच मीटर की दूरी पर एक बड़ा सा गडढ़ा है। दावा है कि इस गडढे में जिसके भी वाहन का पहिया जाता है उसको जोर का झटका लगना तय है। झटका सिर्फ कमर में नहीं लगता, बल्कि ब्रेन तक पहुंच जाता है। इस क्षेत्र के लोग इस सड़क से गुजरते हैं तो मोटरसाइकिल को साइकिल की तरह चलाते हैं ताकि झटके से बच सकें।
कई सड़कों पर गडढे
शहर में कई सड़क ऐसी हैं जो काफी समय से मरम्मत और निर्माण न होने से काफी खराब हो चुकी हैं। इससे जर्जर सड़कों पर बाइक दौड़ा रहे लोगों की हेल्थ पर असर पड़ रहा है। खराब सड़कों के चलते लोगों को मांसपेशियों में खिंचाव और हड्डियों से जुड़ी परेशानियों को झेलना पड़ रहा है.
पीठ दर्द आम बात
हालात ये हैं कि गड्ढायुक्त सड़कों के कारण लोगों में पीठ, कमर, गर्दन और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत काफी बढ़ गई है। करोड़ों रुपये से विकास का दावा करने वाले विभागों के पास इतना भी धन नहीं है सड़कों की सही तरीके से मरम्मत करा सकें। शहर में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से दबाव बनाया गया तो गड्ढों में मिट्टी फेंक कर खानापूूर्ति कर ली गई.
बारिश में मिट्टी गायब
हल्की सी बारिश ने विभाग के कार्यों की पोल खोल दी है। गड्ढायुक्त सड़कों पर बाइक से हिचकोले खाने के चलते शहरवासी विभागीय व्यवस्थाओं को कोसते रहते हैं। शहर में आदिकेशव घाट का मार्ग, सोनिया, औरंगाबाद, पानदरीबा, बेनियाबाग और कबीरचौरा, महमूरगंज मार्ग समेत कई वार्डों में सड़कों की स्थिति काफी खराब है।
गिरिजाघर से मदनपुरा मार्ग खराब
गिरिजाघर चौराहे से लेकर मदनपुरा मार्ग का काफी खराब है। इस मार्ग प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रुद्धालु और टूरिस्ट गुजरते है लेकिन इसकी मरम्मत नहीं की गयी। हालात यह है कि टोटो से कोई जा रहा हो या फिर आटो झटके पर झटके खाना पड़ता है। इसके बाद भी नगर निगम व पीडब्ल्यू डी के अफसरों ने इस मार्ग को मरम्मत कराना उचित नहीं समझा.
गडढों से बीमारी
डाक्टर्स का कहना है कि गडढों के झटकों से हेल्थ पर काफी असर पड़ता है। इससे कई प्रकार की बीमारी हो जाती है। सर्वाइकल प्रॉब्लम तो आम बात हो गयी है, इसके अलावा सिरदर्द, कमरदर्द, सिर में झटका की शिकायत काफी बढ़ गयी है। प्रतिदिन ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कमर दर्द उठ गया तो यह जल्दी ठीक नहीं होता। इसलिए जब भी वाहन चलाएं तो सेफ होकर चलाएं। क्योंकि अचानक गड्ढे में पहिया जाने पर जोर का झटका लगता है.
विकास के नाम पर करोड़ो रुपये खर्च का दावा किया जाता है, लेकिन सड़कों की स्थिति काफी खराब है। जर्जर सड़कों पर बाइक चलाने के कारण कमर में दर्द शुरू हो गया है.
सतीश कुमार
गड्ढों को भरने के नाम पर सिर्फ मिट्टी डालकर छोड़ दिया जाता है, जबकि उसपर सही तरीके से पैचिंग का कार्य कराना चाहिए.
जगत नारायण पाण्डेय
खराब सड़कों पर चलने से सबसे अधिक बाइक सवारों को परेशानी होती है। सड़क पर गड्ढों के चलते कई बार शरीर की काफी दुर्दशा हो जाती है.
ज्ञान प्रकाश
खराब सड़कों पर बाइक चलाने से हड्डी और मांसपेशियों की समस्याएं सामने आती है। गड्ढो के चलते तेज झटका लगने से शरीर की हड्डियों को काफी नुकसान पहुंचता है।
ब्रिज किशोर
सबसे अधिक नुकसान बाइक सवारों को होता है। इसके चलते गर्दन व कमर दर्द के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मांसपेशियों में दर्द 8की शिकायत बढ़ गयी है। सर्वाइकल की समस्या भी बढ़ गयी है। प्रतिदिन इस बीमारी के मरीज आ रहे है.
डॉ। अभिषेक राय, हडडी रोग विशेषज्ञ, कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल