जिन गुंडों पर नहीं हुई कार्रवाई, अब उनकी बन रही कुंडली
- एडिशनल सीपी क्राइम, सुभाष चंद्र दुबे अपराध और अपराधियों पर सख्त
- वर्ष 2019 लेकर 31 जुलाई 2021 तक के अपराधों की मांगी गई थानेवार सूचीवैसे अपराधी जो अबतक पुलिस की नजरों से बचते आ रहे हैं, अब उनकी खैर नहीं है। पिछले तीन वर्षो के तुलनात्मक अध्ययन के बाद बड़े अपराधों की सूची तैयार हो चुकी है। बड़े वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों की कुंडली बन रही है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम सुभाष चंद्र दुबे इसको लेकर सख्त हैं। भू-माफिया, अवैध वसूली, हत्या, चोरी-लूट, अपहरण और रंगदारी के अलावा महिला संबंधी अपराधों के आरोप में जो जेल में बंद हैं या जेल से बाहर हैं, और उनके ऊपर किसी कारण से गुण्डा या गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई नहीं हो सकी है, अब उनकी क्रिमिनल हिस्ट्री थानों से मंगवाई जा रही है। अब इसका क्रियान्वयन किया जाएगा। एडिसनल सीपी ने साफतौर पर कहा कि कमिश्नरेट को अपराध और भय मुक्त करना उनका पहला लक्ष्य है।
कई महत्वपूर्ण अधिकार मिलेकमिश्नरेट बनने के बाद वाराणसी पुलिस को कई महत्वपूर्ण अधिकार मिले हैं। पहले गुण्डा और गैंगेस्टर की कार्रवाई जहां डीएम का अधिकार था, अब वह कमिश्नरेट पुलिस अधिकारी के हाथ में चला गया है। ऐसे में पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश और एडिशनल पुलिस कमिश्नर अपराध एवं मुख्यालय सुभाष चंद्र दुबे द्वारा लगातार अपराधियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की प्लानिंग बनाई जा रही है। अब इसे मूíत रूप देने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। एक जनवरी 2019 से 31 जुलाई 2021 यानी तीन वर्षो में हत्या, लूट, डकैती, चोरी, अपहरण, रंगदारी, महिला संबंधित अपराध के अलावा जघन्य अपराध से संबंधित अपराधियों जिनपर गुण्डा, गैंगेस्टर, गैंग पंजीकरण, हिस्ट्री शीट, एनएसए, पाबंदी की कार्रवाई हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक नहीं हुई ऐसे मामलों की सूची सभी थानों से मंगवा ली गई है।
भू-माफियाओं पर बुल्डोजर शहर के भू-माफियाओं की सूची पुलिस ने तैयार कर ली है। ऐसे भू-माफिया जो अपने प्रभाव से लोगों की जमीन पर कब्जा किए हुए हैं और उसपर मकान बनवा लिया है, ऐसे लोगों के मकान पर पुलिस का बुल्डोजर चलना तय है। संगठित अपराध से अर्जित की हुई संपत्तियों को पुलिस खंगालने के साथ ही भू-माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए तैयार है। व्यूह रचना एडिशनल पुलिस कमिश्नर सुभाष चंद्र दुबे ने तैयार कर ली है। कोटपिछले तीन वर्षो के आपराधिक रिकार्ड को थानों से मंगवाया गया है। इसमें कई ऐसे अपराधी हैं, जिनपर बहुत पहले ही गुंडा, गैंगेस्टर, एनएसए, गैंग पंजीकरण की कार्रवाई हो जानी चाहिए थी, वो अबतक नहीं हुई है। ऐसे लोगों पर अब कार्रवाई की जाएगी। अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी। उन्हें संरक्षण देने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। भयमुक्त काशी बनाना मेरा लक्ष्य है।
सुभाष चन्द्र दुबे, एडिशनल पुलिस कमिश्नर वाराणसी कमिश्नरेट