एक साल में ही नाइट बाजार की सूरत बिगड़ी
वाराणसी (ब्यूरो)। मेरी काशी मेरा स्वाभिमान की साख पर खुद विभाग बट्टा लगा रहा है। जी हां, बात हो रही है सुबह-ए-बनारस की मशहूर नाइट बाजार की, जिसका लोकार्पण हुए एक साल का भी समय नहीं बीता था कि उसकी सूरत ही बिगाड़ दी गई है। दस करोड़ में तैयार इस मार्केट की टूटी-फूटी इंटरलाकिंग, जगह-जगह पीकदान, हर तरफ फैला अतिक्रमण का जाल, इसकी पहचान बन गई है.
बाजार में हर तरफ अतिक्रमण १.९ किमी में बने नाइट बाजार में हर तरफ अतिक्रमण का जाल फैला हुआ है। ८ बाइ ८ की दुकानें लेकर उससे दोगुना जगह में कुर्सी, टेबल मेज, सिलेंडर रखकर अतिक्रमण फैला रखे हंै। यह सिनेरियो अंधरापुल से लेकर लहरतारा तक देखने को मिल जाएगा। कई जगह तो ठेले व खोमचे वाले दुकान लगा रखे हैं। पूछने पर कहते हैैं कि स्मार्ट सिटी के अफसरों ने लगवाया है. जगह-जगह उखड़ गई इंटरलाकिंगनाइट बाजार का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ७ जुलाई २०२२ को किया था। इसका लोकार्पण हुए एक साल का समय भी नहीं बीता था कि जगह-जगह इंटरलाकिंग उखड़ गई है। कई जगह तो पत्थर उखाड़ कर हटा दिया गया है। इंटरलाकिंग की ईंटें कहां गायब हो गईं, कोई भी बताने को तैयार नहीं। जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। कई पिलर को तो पीकदान बना दिया गया है। इसकी जानकारी स्मार्ट सिटी के अफसरों को है लेकिन कोई आज तक इसे सुधारने की कोशिश नहीं की.
पर्यटकों को लुभाने के लिए बना था नाइट मार्केट पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को लुभाने के लिए नाइट बाजार को बनाया गया था। इसमें तीर्थयात्रियों के लिए माला, हैंगिंग वाल, बर्तन समेत हर जरूरत के सामान मिलने की बात कही गई थी लेकिन आज तक खाने-पीने की दुकानें पूरी तरह से नहीं लग पाई। बाजार का हाल ऐसा कर दिया गया है कि पर्यटक तो दूर लोकल लोग भी आने से कतराते हैं। गंदगी और अतिक्रमण देखकर लोग दूर से ही भाग जा रहे हैं. ९८ में से ५० दुकानें ही उठी नाइट बाजार में अभी तक ९८ में ५० दुकानें ही उठी हैं। अभी भी करीब आधा दुकान खाली ही है, क्योंकि कोई भी अब दुकान लेना नहीं चाहता है। हर जगह अतिक्रमण, पानी फेंककर गंदगी कर दिया गया है कि अब किसी की दुकान लेने की हिम्मत नहीं हो रही है। जो लिए हैं वह भी दुकान का किराया निकालने में परेशान हैं. निरीक्षण के दौरान लगाई फटकारनाइट बाजार में गंदगी और अतिक्रमण की सूचना पर नगर आयुक्त शिपू गिरी ने नाइट बाजार का निरीक्षण किया। इस दौरान काफी अवैध वेंडर दुकानें लगाए मिले। जगह-जगह उखड़ी हुई इंटरलाकिंग और पीकदान देखकर भड़क उठे। इस पर नगर आयुक्त ने स्मार्ट सिटी के पीआरओ से पूछा तो वह कोई जवाब नहीं दे पाए। इस पर उन्होंने इसकी जांच करने के लिए नगर निगम के अफसरों को निर्देशित किया है। नगर आयुक्त ने आदेश दिया है कि नाइट बाजार में कितने वेंडर दुकानें लगाए है सभी दुकानों के आगे तिथि मेंशन की जाए.
नाइट बाजार में काफी खामियां मिली हैं। वहां पर काफी गंदगी है जिसे दूर करने के लिए निर्देशित किया गया है। यहीं नहीं जहां-जहां इंटरलाकिंग टूटी मिली है उसे दुरुस्त करने को कहा गया है. शिपू गिरी, नगर आयुक्त