ईश्वर चाहिए तो त्याग करना होगा
वाराणसी (ब्यूरो)। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के तत्वावधान में सुंदरपुर, नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान में चल रहे सप्ताहव्यापी श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार को कथा श्रवण कराते हुए आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी वैष्णवी भारती ने कहा कि ईश्वर की चाह है तो हमें त्याग करना होगा। प्रभु हमारे समर्पण का भाव देखते हैं। ईश्वर के प्रति यह त्याग और समर्पण का भाव कोई सद्गुरु ही जाग्रत कर सकता है.
सजी छप्पन भोग की झांकी
कथा प्रसंग में पांचवें दिन गोवर्धन लीला की कथा में छप्पन भोग की दिव्य झांकी सजाई गई। विभिन्न प्रकार के मिठाइयों, फलों और मेवों से गिरिराज गोवर्धन पर्वत की भांति ही झांकी सजाई गई। ठाकुर जी को भोग लगाने के उपरांत उपस्थित कथा प्रेमियों में प्रसाद का वितरण किया गया.
इन्होंने उतारी आरती
कथा का शुभारंभ नित्य की भांति यजमानों द्वारा व्यासपीठ के पूजन से हुआ। मुख्य यजमान महेश चौधरी, गणपत धानुका, अरविंद भालोटिया ने सपत्नीक पूजन किया। आरती में मुख्य रूप से केशव जालान, पुरुषोत्तम जालान मंटू, विश्वनाथ पोद्दार, शांति देवी रूंगटा, पवन अग्रवाल दीप ज्योति, राकेश जायसवाल, अनिल अग्रवाल, आलोक बोरा, रवि अग्रवाल, यदुदेव अग्रवाल, संजीव अग्रवाल जेएसके, मीना अग्रवाल, आयुष अग्रवाल, शिवदत्त तिवारी, जितेंद्र पांडेय, अरविंद जैन, रश्मि लखानी आदि शामिल हुए। संचालन स्वामी अर्जुनानंद ने किया.