- साइबर क्राइम के मामलों में पुलिस की साइबर सेल ने 70 दिन में 36 लोगों का करीब पांच लाख रुपये वापस कराया

- 100 से अधिक जालसाजों के खाते फ्रिज, 70 से अधिक फेसबुक आईडी कराये गये ब्लॉक

भले ही पुलिस क्राइम कंट्रोल करने में सफल न हो पर साइबर फ्रॉड रोकने में एक्विट है। जी हां, साइबर फ्रॉड की 24 घंटे के अंदर साइबर सेल को सूचना देने पर पैसे वापस होने के चांसेस बढ़ जाएंगे। दरअसल, पिछले 70 दिन में पुलिस की साइबर सेल ने 36 लोगों का करीब पांच लाख रुपये वापस कराया है। यही नहीं सेल ने 100 से अधिक जालसाजों के खाते फ्रिज और 70 से अधिक फेसबुक आईडी ब्लॉक कराये। जबकि इस दौरान करीब 300 से अधिक लोग साइबर क्राइम के शिकार हुए हैं। इन लोगों ने साइबर क्राइम सेल से संपर्क करने में देर कर दी। साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए एसएसपी ने हेल्प लाइन नंबर जारी किया है।

हर दिन पांच हो रहे शिकार

एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग और सेल-परचेज, सोशल मीडिया के चलते साइबर क्राइम की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। थोड़ी सी चूक या लापरवाही के चलते चंद सेकेंड में खाते से हजारों रुपये गायब या दूसरे एकाउंट में ट्रांसफर हो जा रहे हैं। पुलिसलाइन स्थित साइबर सेल में हर दिन पांच से छह मामले पहुंच रहे हैं। पिछले 70 दिन में तीन सौ से अधिक साइबर ठगी की शिकायत आयी है, जिसमें फेसबुक, ओएलएक्स, केवाईसी अपडेट, एटीएम क्लोन के जरिए फ्राड हुए हैं।

हेल्पलाइन नंबर जारी

साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए जिला पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ऑनलाइन ठगी होने की दशा में भुक्तभोगी 24 घंटे के अंदर हेल्प लाइन नंबर 7839856954 पर व्हाट्एस-एप से शिकायत कर सकता है। इस नंबर पर अन्य सभी प्रकार के साइबर क्राइम की जांच की जाएगी।

घटना के बाद यह प्रक्रिया करें

साइबर क्राइम कंट्रोल टीम के कोआर्डिनेटर विजय श्रीवास्तव के अनुसार साइबर क्राइम की घटना होने पर हेल्पलाइन व्हाट्सएप नंबर पर शिकायत जरूर करें। बैंक पासबुक का प्रिंट आउट, एसएसपी के नाम प्रार्थना-पत्र लिखकर दोनों का स्पष्ट फोटो खीचें, जिसे हेल्पलाइन नंबर पर भेज दें। प्रार्थना पत्र पर एटीएम कार्ड का 16 अंक का नंबर और बैंक खाते के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर जरूर लिखें। शिकायतकर्ता उसी दिन या अगले दिन प्रार्थना पत्र की हार्ड कॉपी पुलिस कार्यालय में जमा करें। फेक सोशल मीडिया एकाउंट की स्थिति में प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट, यूआरएल, आधारकार्ड और प्रार्थना पत्र की फोटो खींचकर भेजें। शिकायत मिलते ही साइबर सेल अवैध ट्रांजेक्शन रोकने के लिए संबंधित कंपनी को पत्र भेजेगी।

पब्लिक को अवेयर कर रही सेल

साइबर क्राइम से बचने के लिए साइबर सेल पब्लिक को अवेयर कर रही है। सेल के सदस्य रोडवेज, रेलवे स्टेशन, मार्केट समेत शहर के प्रमुख इलाकों में हैंडबिल बांट रहे हैं, जिस पर साइबर अपराध से बचाव के लिए 16 तरीके बताये गये हैं। इसके अलावा मौखिक भी जानकारी दी जा रही है।

एक नजर

36

साइबर फ्रॉड पीडि़तों का पांच लाख वापस हुआ

100

से अधिक साइबर जालसाजों के खाते फ्रीज

70

से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक

70

दिन में तीन सौ से अधिक लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हुए

रखें सावधानी

- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में अलर्ट रहें

- किसी को अपने अकाउंट की डिटेल न दें

- किसी को भी ओटीपी न बताएं

- केवाईसी के लिए एसएमएस पर ध्यान न दें

- एसएमएस, या सोशल मीडिया पर आये किसी भी लिंक पर निजी जानकारी न दें

- एटीएम यूज करते समय किसी अंजान की हेल्प न लें

- एटीएम पिन नंबर समय-समय पर बदलते रहें

- बहकावे के ऑनलाइन एड पर ध्यान न दें

- ओएलएक्स या अन्य ऑनलाइन साइट्स पर रिक्वेस्ट मनी लिंक का यूज न करें

वर्जन

साइबर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए ही साइबर सेल बनायी गयी है। शिकायत आने पर सेल की टीम तुरंत एक्टिव होती है। घटना के 24 घंटे के अंदर अगर सेल के पास शिकायत आ जाती है तो पैसा वापस कराया जाता है। शिकायत करने में देर भारी पड़ सकती है।

-ज्ञानेंद्र प्रसाद, एसपी क्राइम

इनके खाते में वापस आई रकम

-अश्विनी कुमार सिंह, मीरापुरबसही, वाराणसी 47414 रुपये

-कन्हैयालाल मोदनवाल, पहडि़या मंडी 25000 रुपये

-भरत पटेल, धन्नीपुर लोहता 9450

-राजन दीक्षित, सुसुवाही, लंका 142874 रुपये

-रामविलास 30000 रुपये

-अरविंद कुमार वर्मा, अधिकारी हास्टल 9000

-प्रवीण चंद्र कुशवाहा, फुलवरिया 10000 रुपये

-संतोष कुमार सिंह, आदर्श नगर 11000

-कृष्णा सिंह, फूलपुर, 14500

-साकेत श्रीवास्तव, गिलट बाजार 29723 रुपये

-सूर्यबली सिंह, शिवपुर, 12800

-काजल सिंह, शिवदासपुर, 10500

Posted By: Inextlive