नीट के रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर छात्रों का गुस्सा फुटा बीएचयू के गेट पर जमकर विरोध प्रदर्शन जुलूस भी निकाला


वाराणसी (ब्यूरो)राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं ने शनिवार को बीएचयू के गेट पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जुलूस निकालकर टापर्स व उन्हें मिले अंकों पर सवाल उठाए। तख्तियां लहराईं और 'चोरी हो गई मेरी सीट, वी वांट री नीटÓ और 'एनटीए की गुंडागर्दी है नीट रिजल्ट फर्जी हैÓ जैसे नारे लगाए। प्रधानमंत्री कार्यालय को संबोधित ज्ञापन भेजा गया। छात्रों ने प्रवेश परीक्षा में हुई अनियमितता की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग उठाई.

हरियाणा में एक जैसा परीक्षा परिणाम

प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि नीट यूजी में धांधली हुई है। हरियाणा के एक सेंटर के कई विद्यार्थियों का एक जैसा परीक्षा परिणाम आना इस बात का प्रमाण है। सवाल उठाए कि नीट में पहली बार 1500 से ज्यादा लोगों को ग्रेस माक्र्स क्यों दिए गए। देश भर में अलग प्रश्न पत्र सेट क्यों बांटे गए। 67 बच्चों के 720 अंक कैसे आए आदि। ऐसे में काउंसिलिंग की प्रक्रिया रोक दी जाए। देशभर में फिर से परीक्षा कराई जाए.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बवाल

नीट रिजल्ट को लेकर बनारस में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में गुस्सा है। सड़कों पर प्रदर्शन के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी लोगों का गुस्सा फूट रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने सोशल मीडिया पर किस तरह के पोस्ट और गुस्सा जता रहे हैं, इसे प्रमुख से प्रकाशित किया है। बावजूद सोशल मीडिया पर छात्रों के अलावा पैरेंट्स भी नीट रिजल्ट पर गुस्सा जता रहे हैं और अपने पोस्ट में एनटीए को टैग कर रहे हैं। दरअसल, लोगों का कहना है कि इस बार की नीट यूजी परीक्षा में कई गड़बडिय़ां हुई हैं, जिस कारण एक्स पर नीट परीक्षा रद्द करो हैशटैग की बाढ़ आ गई है। छात्र बोले-नीट रिजल्ट की जांच बैठनी चाहिए.

एनटीए द्वारा आयोजित नीट परीक्षा में धांधली हुई है। लाखों के बच्चों के भविष्य का सवाल है। इस परीक्षा में अव्वल होने के लिए बच्चे दिन-रात मेहनत करते हैं। ऐसे बच्चों के सपनों के साथ खिलवाड़ किया गया है। हमें उम्मीद है कि सरकार फिर से नीट परीक्षा कराएगी.

प्रतिभा मिश्रा

मेरा 630 नम्बर आया है। इस बार इतनी धांधली की गई है, जिन बच्चों को आराम से सरकारी कॉलेज मिल रहे थे वह आज घर बैठे हैं। एक ही सेंटर से बच्चे एक ही जिले से कैसे पास हो सकते हैं। पूरे मामले की सीबीआई जांच हो जिससे आरोपी गिरफ्तार हो.

कुशाग्र मिश्रा

हमारा सबसे बड़ा प्रश्न है कि प्रतियोगी परीक्षा में किस आधार पर ग्रेस मार्क दिया गया था। नम्बर बिल्कुल गलत तरीके से दिया गया है। यह कैसे हो सकता है कि कई छात्रों को 720 में से 720 नंबर मिल जाए। यह नामुमकिन जैसा है। उन स्टूडेंट का क्या जिन्होंने पूरे साल मेहनत की थी। नीट रिजल्ट की जांच बैठनी चाहिए.

तनिष्क सिंह

नीट यूजी परीक्षा 2024 में इस वर्ष करीब 24 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था। इनमें से करीब 13 लाख छात्र पास हुए। वहीं इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब एक साथ 67 छात्रों को नंबर एक रैंक हासिल हुई.

कृतिक राज

छात्रों के ये हैं सवाल

- पहली बार ग्रेस मार्क पर आपत्ति.

- एक ही सेंटर के बच्चों को 720 में 720 मार्क आना.

- पहली बार 67 बच्चों का फुल मार्क आना ऐसा कैसे आया.

- पिछली बार 610 नम्बर पर आल इंडिया रैंक 23,000 था, इस बार 650 पर 28,000 कैसे हो गया.

- पटना में पेपर लीक को लेकर एफआईआर हुआ, उसके बाद भी पेपर कैसे हुआ और परिणाम कैसे घोषित हुआ.

Posted By: Inextlive