पानी का छींटा पडऩे का विरोध करने पर छात्र नेता को मारी गोली
वाराणसी (ब्यूरो)। पानी का छींटा पडऩे का विरोध करने पर मनबढ़ों ने छात्र नेता जितेंद्र यादव को गोली मार दी। गोली उसकी पीठ में लगकर पेट से पार हो गई है। शुक्रवार की शाम टेंट सिटी के पास बनी पुलिस चौकी से थोड़ी ही दूर हुई घटना से हड़कंप मच गया। गोली चलाने वाले भाग निकले। घायल को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर है। घटना के बाद रामनगर और पीडीडीयू नगर कोतवाली पुलिस के बीच देर तक सीमा विवाद होता रहा।
चंदौली के पं। दीनदयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) नगर कोतवाली के कटेसर गांव का रहने वाला जितेंद्र यादव शाम को चचेरे भाई हरिओम यादव व अपने मित्र किशन के साथ गंगा रेती पर कोदोपुर के सामने टहलने के लिए गया था। टेंट सिटी के पास आठ-दस की संख्या में युवक गंगा में हाथ-पैर धो रहे थे। पानी का छींटा जितेंद्र व उसके साथियों पर पड़ गया। उसने विरोध किया तो युवकों ने रेत पर पड़े लाठी-डंडे से हमला कर दिया। हरिओम के सिर में गंभीर चोट लगने से वह गिर पड़ा। इसी दौरान हमलावर एक युवक ने असलहा निकाल लिया और जितेंद्र को लक्ष्य करके गोली चला दी। पहली गोली मिस हो गई। जितेंद्र ने बचकर भागने की कोशिश की तो दूसरी गोली चलाई जो उसके पीठ से लगते हुए पेट को पार कर गई। हमलावरों में शामिल कटेसर गांव के रहने वाले दिलीप यादव उर्फ दारोगा को जितेंद्र ने पहचाना है। घायल जितेंद्र पीडीडीयू नगर के लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सत्र 2019-20 में छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ा था।
सीमा विवाद में उलझी पुलिस गोली चलने की सूचना पर एसीपी कोतवाली प्रतीक कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। रामनगर व पीडीडीयू नगर कोतवाली की पुलिस भी पहुंची। हमलावरों की तलाश या घायल के इलाज की कौन कहे खुद सीमा विवाद में पुलिस उलझ गई। देर तक चली जिच के बाद घटना स्थल रामनगर थाने की सीमा में होना तय हुआ। दिलीप पर दर्ज है मुकदमा दिलीप यादव मनबढ़ प्रवृत्ति का है। उसके खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज है। कुछ माह पूर्व उसने एक युवक की बाइक जला दी थी। गोली चलने की घटना के बाद से फरार है। पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है. टेंट सिटी की सुरक्षा पर सवालगंगा पार रेत पर बसे टेंट सिटी में आने वाले सैलानियों की सुरक्षा के लिए चौकी स्थापित की गई है। यहां सब इंस्पेक्टर और आधा दर्जन कांस्टेबल तैनात हैं। इसके पास गोली चलने की घटना से सुरक्षा पर सवाल खड़ा होता है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि टेंट सिटी के आसपास अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। पुलिस इन पर रोक नहीं लगाती है.