मकान नंबर के लिए 9 माह से जद्दोजहद
वाराणसी (ब्यूरो)। प्रत्येक मंगलवार की भांति इस बार भी संभव जनसुनवाई का आयोजन नगरायुक्त प्रणय सिंह, अपर नगर आयुक्त दुष्यंत कुमार मौर्या और सुमित कुमार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इस मौके पर हर बार की तरह नगर निगम के समस्त विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। शिकायतकर्ताओं की संख्या में काफी गिरावट देखने को मिली.
जनकपुरी कालोनी पहडिय़ा से पूर्व सैनिक लल्लू यादव हाजिर हुए। बताया कि पिछले करीब 9 माह से नगर निगम मुख्यालय के चक्कर काट रहे हैैं। इसके बाद भी नगर निगम के कर्मचारी कार्य को पूरा नहीं कर रहे हैं। जून 2022 से इनके पुश्तैनी मकान के लिए नया मकान संख्या देने के लिए पहले सजरा प्लान मांगा गया तो इन्होंने तहसील सदर से लेते हुए जमा कराया। इसके बाद नगर निगम के ही कर्मचारी अब मकान नंबर न देकर इनको परेशान करने के लिहाज से पूरी कालोनी का सेजरा प्लान मांग रहे हैं, जोकि संभव नहीं है। इस कारण आज तक मकान नंबर नही जारी किया गया.
चढ़ाया गलत नामअपनी शिकायत को लेकर सोनारपुरा भेलूपुर से इंद्राणी ठाकुर हाजिर हुई। इन्होंने आरोप लगाया कि इनके मकान का पहले तैनात जोनल अधिकारी ने गलत तरीके से दूसरे व्यक्ति के नाम पर दर्ज करते हुए पीला कार्ड जारी कर दिया। वास्तव में यह मकान इनके पिता की निजी संपत्ति होने के कारण इनके अधिकार क्षेत्र में आता है। इस कारण लोगों ने नगरायुक्त के सामने दोबारा से फाइल को ओपेन करते हुए मामले की सुनवाई करने के लिए गुजारिश की.
पैमाइश नहीं हुई सही शिवपुर पिसौर से अपनी समस्या को लेकर रामचन्द्र मिश्र हाजिर हुए। इन्होंने बताया कि नगर निगम के सर्वेयर और लेखपाल ने चकमार्ग का गलत तरीके से एकपक्षीय और किसी के प्रभाव में आकर पैमाइश कर दी, जिसकी वजह से चकमार्ग का निर्माण गलत तरीके से हो रहा है। इस कारण सर्वेयर और लेखपाल को फिर से पैमाइश करने का आदेश देते हुए सही तरीके से चकमार्ग निर्माण करने की इजाजत दिया जाए. गोशाला से कालोनी में गोबर का अंबारशहर के बैजनत्था से जनहित की समस्या को लेकर मोहन लाल शाह हाजिर हुए। इन्होंने आरोप लगाया कि बैजनत्था कालोनी में दो गोशालाओं का संचालन किया जाता है। इनके संचालनकर्ता अपनी मनमानी से पूरी कालोनी में गंदगी पैदा करके रख दिये हैं, जिस कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गोबर की ज्यादा मात्रा होने के कारण पूरे दिन घरों में भी दुर्गंध बनी रहती है। इस कारणवश लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
एक नजर शिकायतों पर राजस्व से -02 नामांतरण से -03 पशु विभाग से-01 अभिलेखागार से-01 कुल-07 जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों को गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को भेज दिया गया है। इसके पश्चात संबंधित शिकायतकर्ताओं से फीडबैक भी लिया जाएगा. संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, नगर निगम