फेस्टिवल पर ओवर इटिंग और पॉल्यूशन से रहें एर्लट
वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में त्योहारों पर स्वीट्स की डिमांड बढ़ जाती है। दीपावली के पर्व को लेकर बाजार में उत्साह दिख रहा है। त्योहार के उमंग और उल्लास में बाजार मेें रंग-बिरंगी दिख रही मिठाइयां लुभा तो रहीं हैं लेकिन सेहत के साथ होने वाले खिलवाड़ से बेफ्रिक मत हो जाएगा। वहीं, दीपावली पर पटाखे आदि के जलाने पर वातावरण में कुछ समय के लिए पॉल्यूशन की मात्रा बढ़ जाती है। इससे नवजात, श्वास रोगी, दिल के रोगी, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को काफी दिक्कत का सामाना करना पड़ता है। इसलिए इस दीवाली जागरूक रहकर सेहत और पर्यावरण को बचाने के साथ पॉल्यूशन के प्रति भी अवेयर रहें।
मिलावट पर रहें अलर्टमिठाई दुकानदार मसाला से लेकर मिठाई, सहित अन्य खाद्य पदार्थ कितना शुद्ध हैं इसकी कोई गारंटी नहीं लेने वाला। ऐसे में स्वंय की जिम्मेदारी बनती है कि अपना ध्यान रखें.आश्चर्य तो तब होता है, जब दुकानदार भी कहते हैं कि हम क्या करें हम तो भी बाहर से ही खरीद कर लाए हैं। डिजाइनर और लुभाने के लिए कलर का इस्तेमाल किया जा रहा है। दूध से बनी मिठाइयों में मिलावटी दूध इस्तेमाल होता है। छेना, बर्फी में इसका प्रयोग अधिक होता है।
लो क्वालिटी रिफाइंडदीपावली में मिठाई एवं अन्य खाद्य पदार्थों की आपूर्ति को लेकर मिलावटी एवं घटिया सामान का प्रयोग किया जा रहा है। बाजार में बड़े पैमाने पर मिठाई बनाने को लेकर सिथेंटिक खोआ, पनीर, छेना का इस्तेमाल भी हो रहा है। निम्न स्तर का पाम आयल, रिफाइन सहित अन्य हानिकारक सामग्री का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
शरीर को नुकसान त्योहारों के मौके पर बाजार में रंगबिरंगी मिठाइयों की भरमार दिखाई देती है। मिठाइयां देखने में तो काफी आकर्षक लगती हैं लेकिन इनमें मिलाए गए आर्टिफीशियल फूड कलर्स सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकते हैं। प्रदूषण से रहें सावधान दिवाली के मौके पर पटाखे जलने से सबसे अधिक परेशान वे लोग होते हैं, जिन्हें अस्थमा की दिक्कत होती है। अगर आपके परिवार में भी किसी को इस तरह की समस्या है तो सावधान रहें। एक्सपर्ट कहते हैैं कि दिवाली में धुआं और प्रदूषण बढ़ जाता है। इसके कारण लोगों को खांसी, सांस लेने में दिक्कत या गले के संक्रमण जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। अस्थमा से परेशान लोगों को तो दिवाली के दौरान बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है। कोई भी परेशानी हो तो चिकित्सक की सलाह अवश्य लें. पॉल्यूशन से यूं रहें सेफ - धूल-धुआं में मास्क पहनें.-मास्क पहनकर घर से बाहर निकलें। -रोजाना सुबह में प्राणायाम करें.
-अपने घर के आसपास पेड़ लगाएं. -दोस्तों को भी पेड़ लगाने की सलाह दें। मिलावटी मिठाई खासकर खोवा, सिथेंटिक दूध पीने से फूड प्वॉयजनिंग, उल्टी, दस्त होगी। किडनी व लीवर पर इसका बुरा असर पड़ेगा। खतरनाक केमिकल का मिठाई में उपयोग भी खतरनाक है. डॉ प्रभात कुमार सिंह, चिकित्सक मिलावटी मिठाई और केमिकल से मिला खानपान खाने से शरीर के किडनी, गुर्दे और लीवर पर गंभीर असर होता है। ऐसे में खानपान को लेकर सावधान रहना चाहिए। किडनी और पेट संबधित बीमारी होने पर तत्काल डॉक्टर से मिले। डॉ रविशंकर मौैर्य, वरिष्ठ फिजिशियन घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें। धुआं-धूल से बचकर रहें। चक्कर और उल्टी आने पर साफ पानी से मुंह धो लें। सांस लेने में अधिक तकलीफ होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाएं। डॉ ओमशंकर, ह्दय रोग विशेषज्ञ, बीएचयू