स्टार्टअप इन्वेस्टर समिट आयोजित संस्थान के कैंपस में होगा विशेषज्ञों का जुटान दो अलग-अलग कार्यक्रम में एक्सपर्ट अपने-अपने विचारों से विवि के छात्रा-छात्राओं को टिप्स देंगे


वाराणसी (ब्यूरो)बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में शनिवार से विशेषज्ञों का जुटान हो रहा है। यहां आयोजित दो अलग-अलग कार्यक्रम में ये एक्सपर्ट अपने-अपने विचारों से विवि के छात्रा-छात्राओं को टिप्स देंगे। चार दिनों तक चलने वाले इस आयोजनों में पहले दिन यानी आज से अटल इन्क्यूबेशन सेंटर में स्टार्टअप इन्वेस्टर समिट आयोजित की गई है। इस समिट में 200 से अधिक स्टार्टअप, 15 से अधिक निवेशक, 2 स्पीकर, 15 से अधिक विशेष प्रतिनिधि और 10 से अधिक विशेषज्ञ शामिल होंगे। वाराणसी और नजदीकी शहरों से 5 हजार से अधिक लोग कार्यक्रम का पार्टिशिपेट कर रहे हैं। इसके अलावा इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से भी लोग पार्टिशिपेट करने के लिए आ रहे हैं.

जनसंख्या और पर्यावरण को लेकर होगी चर्चा

स्टार्टअप इन्वेस्टर समिट के बाद अंतरराष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान सांख्यिकी विभाग की ओर से 12 व 13 फरवरी को बीएचयू में 25वां आईआईपीएस सेमिनार-2024 आयोजित किया गया है। ट्रैकिंग प्रोग्रेस ऑफ सस्टेनेबल डेवेलपमेंट गोल्स विद अ फोकस ऑन उत्तर प्रदेश विषयक इस सेमिनार में देशभर के 300 प्रतिभागी पार्टिशिपेट करेंगे। इसके साथ ही इसमें राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई विद्वान भी होंगे। सभी विशेषज्ञ, प्रजनन, लैंगिक समानता, जनसंख्या और पर्यावरण, पलायन और नगरीकरण समेत कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी बात रखेंगे। इसके अलावा इसमें उत्तर प्रदेश के विकास पर संवाद और विमर्श भी किया जाएगा। दो सत्र उत्तर प्रदेश पर आधारित होगा, जो हेल्थ रिलेटेड एसरूीजीएस इन उत्तर प्रदेश और वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी ऑफ उत्तर प्रदेश है। इसके साथ ही 15 अलग अलग सत्र का आयोजन होगा है।

प्रजनन दर और मृत्यु दर में भी बड़ी असमानता

प्रोफेसर केके सिंह ने कहा कि प्रदेश के बदलाव में ऐसे कार्यक्रमों की विशेष भूमिका होती है। देश की जनसंख्या में उत्तर प्रदेश का बड़ा स्थान है। ऐसे में वृद्धि और समावेशी विकास के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के लिए आवश्यक है कि सतत विकास होता रहे। इसके साथ ही विकास के बीच आने वाली चुनौतियों का भी समाधान किया जाय। उन्होंने कहा कि यूपी में 16 प्रतिशत जनसंख्या रहती है। लेकिन प्रदेश जनसांख्यिकीय संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों और समुदायों के बीच प्रजनन दर और मृत्यु दर में भी बड़ी असमानता है। राज्य को बड़ी आर्थिक तरक्की की ओर ले जाने के लिए लगातार प्रयास करना होगा।

स्टार्टअप इन्वेस्टर समिट का मोटो बनारस में और अधिक रोजगार सृजन करना और स्टार्टअप्स के लिए वित्तीय समर्थन प्रदान करना है। 50 से अधिक स्टार्टअप यहां अपने आइडियाज को आगे बढ़ाने की उम्मीद लेकर अपने एक्सपिरिएंश साझा करेंगे.

मृत्युंजय सिंह, फाउंडर, विजीएम सिक्योरिटी डॉट कॉम

Posted By: Inextlive