सड़क दुर्घटना रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस तैयार हाइवे व रिंग रोड पर स्पीड रडार से रखी जाएगी नजर


वाराणसी (ब्यूरो)बाबतपुर व फुलवरिया फोरलेन, रिंग रोड के साथ चौकाघाट फ्लाईओवर ने बनारस में वाहनों की रफ्तार बढ़ा दी है, लेकिन इसी रफ्तार की वजह से आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान भी जा रही। आई रेड एप के मुताबिक 80 प्रतिशत दुर्घटनाओं की वजह तेज रफ्तार रही। इसे रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस अब स्पीड रडार का इस्तेमाल करेगी। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस एक और स्पीड रडार मंगा रही है। इससे चार व दो पहिया वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाया जाएगा।

तीन साल में 690 मौत

सड़क दुर्घटनाओं पर नजर रखने वाले केंद्र सरकार के एप इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटा बेस (आई रेड ) ने बीते तीन साल के आंकड़े तैयार किए हैं। इसके मुताबिक बीते तीन सालों में 1400 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 690 की मौत हो गई और 710 लोग घायल हो गए। इसमें से 80 प्रतिशत दुर्घटनाएं तेज रफ्तार की वजह से हुई हैं।

तीन सौ बाइक घायल

सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले के सिर में लगी चोट घातक हो रही है। अस्पतालों के आंकड़ों की मानें तो बीते एक साल में तीन सौ बाइक सवार सिर में चोट लगने वाली वजह से बीएचयू के ट्रामा पहुंचे। लगभग एक सौ को मंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से 110 की मौत हो गई।

तेज रफ्तार में 124 का चालान

गाडिय़ों की रफ्तार जांचने के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास दो स्पीड रडार हैं। एक और स्पीड रडार मंगाया जा रहा है। इसका प्रयोग हाइवे व रिंग रोड पर किया जाएगा। वाहनों की तेज रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए दिन और रात में भी ट्रैफिक पुलिस के जवान मुस्तैद रहेंगे। बीते साल 124 वाहनों का चालान तेज रफ्तार की वजह से हुआ। इस साल हर रोज लगभग चार से पांच की संख्या में चालान किया जा रहा है। स्पीड रडार के इस्तेमाल के लिए एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में 11 पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। स्पीड रडार को ट्राईपॉड पर रखा जाता है। उससे लगभग 500 मीटर की दूरी पर ट्रैफिक पुलिस का बैरियर रहेगा।

इंटरसेप्टर से भी निगरानी

सड़क हादसे होने के पीछे मुख्य कारण तेज गति से वाहनों का संचालन या यातायात नियमों का उल्लंघन पाया जाता है। निर्धारित स्पीड से अधिक स्पीड में वाहनों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई करती है। इसके लिए दो इंटरसेप्टर से ओवरस्पीड वाहनों पर कार्रवाई हो रही है।

खत्म होंगे ब्लैक स्पॉट

जिले की कई सड़कों पर ब्लैक स्पाट मौजूद हैं, जहां दुर्घटनाएं काफी ज्यादा होती हैं। इनमें हरहुआ बाजार बडग़ांव, गिलट बाजार से तरना शिवपुर, विश्सुन्दरी पुल से भीटी, मोहनसराय बाइपास रोहनिया, धमनियां पुल लोहता, चिलबिला बडगांव, सुजबाद से रामनगर है। ट्रैफिक पुलिस पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर इन ब्लैक स्पाट को खत्म करने का प्रयास कर रही है।

रिंग रोड और हाईवे पर वाहनों की रफ्तार रोकने के लिए स्पीड रडार का इस्तेमाल शुरू हो गया है। मानक से अधिक स्पीड पर चालान भी काट जा रहे हैं। रिंग रोड और हाईवे के लिए एक और स्पीड रडार मंगाई गई है.

विक्रांत वीर, डीसीपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive