फेस्टिवल पर स्पेशल ट्रेन तो मिलेगी, मगर 30 पर्सेंट तक फेयर भी बढ़ेगा
वाराणसी (ब्यूरो)। दशहरा, दीपावली और छठ पर चलने वाली स्पेशल ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री ज्यादा जेब ढीली करने को तैयार हो जाएं। फेस्टिवल पर रेलवे की स्पेशल ट्रेन में 20 से 30 प्रतिशत तक किराया बढ़ जाएगा। वाराणसी रेल मंडल से करीब एक दर्जन स्पेशल ट्रेन गुजरेंगी, जो जम्मू, पंजाब, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, गुजरात समेत विभिन्न रूटों पर चलेंगी। नवरात्र को देखते हुए मंगलवार को बनारस से रात 8.30 बजे मुंंबई के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना हुई, जो अगले दिन रात 11.55 बजे पहुंचेगी.
अगले माह बढ़ेगी भीड़
अगले महीने दीपावली और उसके बाद छठ है। दोनों त्योहारों पर बड़ी संख्या में लोग अपने घरों का रुख करेंगे, परंतु दोनों त्योहारों पर घर जाने के लिए ट्रेनों में एक भी कंफर्म सीट नहीं है। इस मौके को भुनाने के लिए इस बार भी रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों को पटरी पर उतारने का फैसला कर लिया है, जिसकी संख्या पिछले साल से ज्यादा है। परंतु स्पेशल ट्रेन में सफर के लिए लोगों को ज्यादा पैसा चुकाना होगा। रेलवे के सूत्रों का कहना है कि दीपावली और छठ पर लोगों को घर तक पहुंचाने के लिए वाराणसी कैंट व बनारस से एक दर्जन से अधिक ट्रेन गुजरेंगी। स्पेशल ट्रेनों की घोषणा भी होने लगी है.
अवसर का लाभ भुनाने में जुटा रेलवे
स्पेशल ट्रेनों में सफर के लिए लोगों को नियमित ट्रेन से करीब 20 से 30 प्रतिशत तक अधिक किराया चुकाना होगा। रेलवे पूर्व में भी त्योहारों सहित विभिन्न अवसरों पर स्पेशल ट्रेन चलाकर यात्रियों की जेब ढीली करा चुका है। कोरोना के बाद भी रेलवे ने नियमित ट्रेनों को स्पेशल के नाम से चलाकर लोगों की जेब कई महीनों तक खाली करने का कोई मौका नहीं छोड़ा था.
तत्काल का रिजर्वेशन भी पड़ेगा महंगा
दीपावली और छठ पर घर जाने के लिए तत्काल रिजर्वेशन के सहारे बैठे लोगों को भी ज्यादा पैसा खर्च करना होगा। तत्काल रिजर्वेशन में आम तौर पर नियमित किराए से करीब 30 प्रतिशत अधिक किराया लगता है। कुल मिलाकर रेलवे ने त्योहारों पर लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने की तैयारी पूरी कर ली है.
पहली स्पेशल ट्रेन रवाना
नवरात्र में पहली स्पेशल ट्रेन मंगलवार को रवाना हुई। यात्रियों की सुविधा के लिए बनारस लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्टेशनों के बीच त्योहार स्पेशल ट्रेन चलनी शुरू हो गई। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताया कि 27 नवंबर तक गाड़ी संख्या 01053 प्रत्येक सोमवार को लोकमान्य तिलक टर्मिनस से दोपहर 12.15 बजे प्रस्थान कर अगले दिन शाम 4.05 बजे बनारस पहुंचेगी, वहीं 17 अक्टूबर से 28 नवंबर तक गाड़ी संख्या 01053 प्रत्येक मंगलवार को बनारस से रात 8.30 बजे रवाना होकर अगले दिन रात 11.55 बजे लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचेगी। ट्रेन की सभी बोगिया वातानुकूलित श्रेणी की होगी.
बेगमपुरा समेत सभी ट्रेनें कैंट स्टेशन से हुई रवाना
यार्ड री-माडङ्क्षलग कार्य पूरा होने के बाद सोमवार को कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) परिसर यात्रियों से गुलजार हो गया। 45 दिनों तक बीएनआई, एनआई और प्री-बीएनआई की अवधि में अन्यत्र स्थानांतरित गाडिय़ां दोबारा बहाल कर दी गईं। पहली ट्रेन के तौर पर यहां से महानगरी एक्सप्रेस को रवाना किया गया। यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर इसे एक घंटे नियंत्रित करके चलाया गया था। मंगलवार को बेगमपुरा एक्सप्रेस व लखनऊ शटल भी कैंट से रवाना हुई। इसके साथ ही अब सभी कैंट रेलवे स्टेशन से चलनी शुरू हो गई हैं। साथ ही वाराणसी- इंदौर महाकाल, वाराण्सी- दिल्ली महामना ट्रेनें अपने निर्धारित समय से संचालित हुई। दरअसल, विकास कार्य के चलते कैंट स्टेशन से बनकर चलने वाली गाडिय़ों को बनारस स्टेशन के अलावा रोड साइड स्टेशन (लोहता, शिवपुर) प्रतापगढ़ सहित सुल्तानपुर से संचालित किया जा रहा था.