सॉरी सर, हम शपथ लेते हैं कि गलती नहीं होगी
वाराणसी (ब्यूरो)। सर, गलती हो गई। बहुत जल्दी थी। इसलिए हेलमेट नहीं लगा सका। पास में जाना था। हेलमेट डिक्की में है। ये शब्द शहर में बगैर हेलमेट लगाए बाइक ड्राइव कर रहे लोगों के हैैं। सोमवार को सेफ्टी फस्र्ट-हेलमेट मस्ट कैंपेन के दूसरे दिन समाजिक संस्थाओं के सहयोग से हेलमेट वितरण, जागरूकता अभियान और वाहन चालकों को हेलमेट लगाकर सफर करने के लिए प्रेरित किया गया। टीआई ट्रैफिक पंकज कुमार तिवारी ने उन्हें हेलमेट पहनाया। सुरभि चैरटेबल ट्रस्ट व अशोका इंस्टीट्यूट के साथ अन्य सामाजिक संस्थाओं की ओर से हेलमेट उपलब्ध कराया गया। अभियान के दौरान फॉर्मेसी डायरेक्टर डा। बृजेश सिंह, डीन एसएस कुशवाहा, टीचर अभिषेक कुमार, सोमेंद्र मौर्य, अदिति सिंह समेत कई मौजूद थे.
पहडिय़ा : हेलमेट वितरणरोड सेफ्टी के पहले चरण में दोपहर को 12 बजे पहडिय़ा स्थित अशोका चौराहे पर बगैर हेलमेट लगाए गुजर रहे बाइक-स्कूटी चालकों को रोककर उन्हें हेलमेट दिया गया। हेलमेट वितरण का कार्य सुरभि चैरटेबल ट्रस्ट व अशोका इंस्टीट्यूट, ट्रैफिक टीआई और यातायात विभाग के जवानों ने किया। यहां मौजूद 25 से अधिक छात्र-छात्राओं ने स्वयं और अन्य लोगों को रोड रूल्स के प्रति जागरूक करने की शपथ ली।
पांडेयपुर चौराहा : अवेयरनेस अपीलरोड सेफ्टी के दूसरे चरण में पांडेयपुर चौराहे पर बिना हेलमेट व लापरवाही पूर्वक टू-ह्वïीलर ड्राइव कर रहे चालकों को यातायात पुलिस ने रोका और हेलमेट नहीं लगाने पर टोका। इसके बाद बिना हेलमेट लगाए चालकों ने सामूहिक रूप से भविष्य में बिना हेलमेट ड्राइव नहीं करने की शपथ ली.
चौकाघाट : हेलमेट वितरण रोड सेफ्टी के तीसरे चरण में चौकाघाट स्थित लकड़मंडी चौराहे पर बगैर हेलमेट लगाकर आने वाले वाहन चालकों को रोड के किनारे रोककर जागरूक किया गया। टीआई पंकज ने बताया कि बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले चालक व सवारी यदि किसी कारणवश हादसे का शिकार होते हैैं, तो इनके सिर में अधिक चोट लगने की आशंका रहती है। इतना ही नहीं कई बार हादसों में तो बिना हेलमेट चालकों की जान तक चली जाती है। उनको अस्पताल ले जाने तक का समय नहीं बचता है। सैकड़ों की तादात में बाइक चालकों को रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक किया गया. मैैं अब आगे से हेलमेट का इस्तेमाल करूंगा और लोगों को हेलमेट लगाने के लिए प्रोत्साहित भी करूंगा, ताकि सभी लोग सड़क हादसों से सुरक्षित रहें। हेलमेट लगाने से व्यक्ति का सिर सेफ रहता है। यदि कभी एक्सीडेंट भी होता है तो चोट हल्की लगती है। थैक्यू दैनिक जागरण आईनेक्स्ट. रामानंद, स्टूडेंटमैैं हेलमेट लगाकर स्कूटी ड्राइव करती हूं। मैैं सबसे अपील करती हूं कि सभी लोग हेलमेट लगाकर ही रोड पर बाइक ड्राइव करने निकलें। क्योंकि, कोई नहीं चाहेगा कि वह बेवजह व अन्य की गलती की वजह से रोड हादसे का शिकार हो। लोगों को जागरूकर करने की शपथ भी लेती हूं.
गरिमा, स्टूडेंट सड़क पर बाइक व स्कूटी ड्राइव करने से पहले हेलमेट बहुत जरूरी है। ताकि, कभी भी रोड एक्सीडेंट में व्यक्ति को कम से कम चोट लगे। एक्सीडेंट में सिर पर चोट, स्कल इंजरी और ट्रॉमा के खतरे होते हैैं। ऐसे में लोग ड्राइव करने के दौरान हेलमेट का इस्तेमाल कर खतरों से सेफ रह सकते हैैं. अमृता, स्टूडेंट सड़क हादसे के प्रति जागरूक कर दिए गए जीवनरक्षक सुझाव हर वाहन चालक के लिए महत्वपूर्ण हैैं। कई बार तो लोग हेलमेट सिर के उपर ही फंसाए रहते हैैं। ये लोग भी अक्सर हादसे के शिकार होते हैैं। मैैं शपथ लेती हूं कि बिना हेलमेट के सफर नहीं करूंगी और लोगों को अवेयर भी करूंगी. जीनत खातून, स्टूडेंटअर्जेंट था जल्दबाजी में हेलमेट लगाना भूल गया। आज मेरी गलती है। हेलमेट नहीं लगाया था तो मुझे चौराहे पर रोककर रोड एक्सीडेंट के प्रति जागरूक किया गया। अब मैैं शपथ लेता हूं कि अपनी रक्षा और परिवार को परेशानी से बचाने के लिए सदैव हेलमेट पहनकर सड़क पर सफर करूंगा.
संजय, आशापुर मुझे दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पहल से सबक मिला और जागरूक किया गया है। आज बगैर हेलमेट होने वाले रोड एक्सीडेंट के खतरों के प्रति जागरूक किया गया। अब मैैं गलती नहीं दोहराउंगी। सबका धन्यवाद कि आप लोगों को वाहन चालकों के जान की फिक्र है. वैशाली, कचहरी अस्पताल में बेबी एडमिट है। जल्दबाजी में मैैं हेलमेट लगाना भूल गया। अब मुझे अपनी गलती का एहसास हो गया है। बगैर हेलमेट रोड पर बाइक या अन्य टू-ह्वïीलर चलना यानि खतरे को दावत देने के समान है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की सेफ्टी फस्र्ट हेलमेट मस्ट अभियान को थैंक्स। अब मैैं लाइफ में गलती नहीं करूंगा. विनय कुमार, सारनाथ डीजे आईनेक्स्ट की पहल पर हमें रोड एक्सीडेंट के प्रति जागरूक कर हेलमेट दिया गया। इन फ्यूचर अब कभी लापरवाही नहीं होगी। हमारी जिंदगी है, इसे सहेजने के लिए किए जा रहे सामाजिक पहल के ऋणी हैं। अब रोजाना हेलमेट लगाउंगी। लोगों को जागरूक भी करूंगी. मीनाक्षी, पांडेयपुरशहर में होने वाले सड़क हादसों में ज्यादातर यंग लोगों को चोटें आती हैैं और कई बार तो इनकी जान तक चली जाती है। ऐसे में युवाओं के साथ सभी को बाइक-स्कूटी चलाने के दौरान हेलमेट लगाना अनिवार्य है। डीजे आईनेक्स्ट की पहल पर समाजिक संस्था के सहयोग से बाइक चालकों को अवेयर कर हेलमेट का वितरण किया गया। लोगों ने शपथ लेते हुए रोड रूल्स फॉलो करने व अन्य को जागरूक करने की शपथ ली.
पंकज कुमार तिवारी, टीआई ट्रैफिक, वाराणसी दुर्घटना के दौरान हेलमेट वाहन चालक को गंभीर चोट से बचाव करता है। कई परिवार हैं जिनकी खुशियां सड़क हादसे ने खत्म कर दी। घर का चिराग बुझ जाने से कइयों को जिंदगी भर का दर्द और अफसोस मिला है। ऐसे में सिर्फ चालान से बचने के लिए ही नहीं, बल्कि खुद के जीवन की रक्षा के लिए भी वाहन चालकों को हेलमेट पहनना चाहिए. डॉ। बृजेश सिंह, अशोका कॉलेज