बिहार के कोचिंग सेंटरों से संचालित हो रहा सॉल्वर गैंग
वाराणसी (ब्यूरो)। ग्राम्य विकास विभाग की भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बिठाने का काम बिहार के कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरियों से हो रहा है। कोचिंग सेंटर में पूर्व में पढ़ चुके होनहार छात्रों को रुपये का लालच देकर गैंग के सरगना सॉल्वर के रूप में परीक्षा में बैठा रहे हैं। वाराणसी, जौनपुर व मिर्जापुर में दो दिन में पकड़े गए सॉल्वरों से पूछताछ में यह बात सामने आई है। ज्यादातर सॉल्वर बिहार के हैं। सभी ने पटना के कोचिंग सेंटर में कभी न कभी पढ़ाई की थी और खुद प्रतियोगी परीक्षा में पास नहीं हुए तो अब पैसे लेकर दूसरे को पास कराने का ठेका लेते हैं.
कोर्ट में किया पेशमंगलवार को जौनपुर में 13, मिर्जापुर में पांच और चंदौली में दो पकड़े गए सॉल्वरों को गिरफ्तार किया था। उन्हें बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। इसके अलावा पूर्वांचल के अन्य जिलों में कई सॉल्वर पकड़े गए। सॉल्वरों से हुई पूछताछ में चौकाने वाली जानकारी सामने आई। अधिकतर सॉल्वरों के कनेक्शन बिहार से मिले हैं, जिसमें मुकेश कुमार निवासी इस्लामपुर, नालंदा बिहार, शुभम कुमार निवासी गया बिहार, हिमांशु पांडेय निवासी नालंदा बिहार, लल्लन पासवान निवासी बिहार आदि शामिल हैं।
पटना से ऑपरेट होता गैंग12 सितंबर 2021 को आयोजित नीट परीक्षा में वाराणसी पुलिस ने सॉल्वर सहित अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सॉल्वर गैंग का खुलासा किया था। विवेचना के दौरान गैंग के सरगना एवं अन्य सक्रिय सदस्यों डॉ। ओसामा शाहिद, नीलेश उर्फ पीके, विकास कुमार महतो, कन्हैया लाल सिंह, क्रांति कौशल, ओमप्रकाश सिंह, राजू कुमार, डॉक्टर अफरोज एवं मुंतजिर समेत अन्य अभियुक्तगणों को गिरफ्तार किया गया था। काफी सख्ती और दबिश के बाद मास्टरमाइंड नीलेश उर्फ पीके को वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने उसके एक साथी रितेश के साथ गिरफ्तार कर किया था। इसके सात साथी भी बिहार के विभिन्न जिलों के थे। यह गैंग पटना से संचालित होता था।
एसटीएफ के रडार पर नीट सॉल्वर गैंग की तरह इनका भी बड़ा नेटवर्क है। विभिन्न जिलों से ग्राम्य विकास विभाग की भर्ती परीक्षा में पकड़े गए सॉल्वरों से पूछताछ में कई और सदस्यों के बारे में जानकारी मिली है। यूपी एसटीएफ की टीम ने गैंग से जुड़े अन्य सॉल्वरों को पकडऩे के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। बहुत जल्द ही एसटीएफ की गिरफ्त में और भी सॉल्वर आ सकते हैं. कई जगहों से सॉल्वर गैंग के सदस्य पकड़े गए हैं। इनके इनपुट के आधार पर जांच-पड़ताल की जा रही है। विनोद सिंह, एएसपी, एसटीएफ