साहब! ऐसे तो स्टॉप हो जाएगा स्टार्टअप
वाराणसी (ब्यूरो)। अपना कारोबार और बेरोजगारों को रोजगार देने की भूख युवाओं में गजब की बढ़ गयी हैं। पिछले दो सालों में उद्योग विभाग में करीब ढाई हजार से अधिक आवेदन आए सिर्फ नए उद्योग लगाने के लिए। इनमें एमएसएमई से लेकर नए स्टार्टअप शामिल हैं। इन नए उद्यमियों को अगर समय पर प्रपोजल के आधार पर लोन मिल गया तो टूरिज्म के बाद काशी को उद्योगों का हब कहने में गुरेज नहीं होगा। लेकिन चिंता की बात यह है कि आवेदन के कई महीनों बाद भी लोन के लिए इंतजार करना पड़ रहा हैं.
पर डे कर रहे इन्क्वायरीप्रदेश सरकार ने नए उद्योग लगाने के लिए खजाना खोल दिया हैं। नए उद्योग स्थापित करने के लिए स्टांप डयूटी, ऋण से लेकर सब्सिडी में छूट दी जा रहा हैं। इसका लाभ लेने के लिए उद्योग विभाग में पर डे युवा इन्क्वायरी के लिए पहुंच रहे हैं। पूरी जानकारी लेने के बाद नए उद्योग स्थापित करने के लिए आवेदन भी तेजी से कर रहे हैं।
आवेदनों की है भरमारउद्योग विभाग में नए उद्योग लगाने के लिए पिछले दो सालों में करीब ढाई हजार से आवेदन आ चुके हैं। इनमें स्टार्टअप, कुटीर उद्योग, एमएसएमई के उद्योग शामिल हैं। इनमें युवाओं के अलावा कई महिलाएं भी शामिल हैं। सभी ने अपना प्रपोजल बनाकर सबमिट भी कर दिए हैं। बस लोन का इंतजार कर रहे हैं कि उनको कब बैंक ऋण दें ताकि वह अपना बिजनेस शुरू कर सके.
बैकों और विभाग में पेंच नए उद्योग लगाने के लिए युवाओं ने प्रपोजल लेटर तैयार कर विभाग में जमा तो कर दिए। अब इस इंतजार में हैं कि बैंक उनको कब बुलाकर लोन दें। इसके लिए वह बैंक भी जाते हैं, बैंक से यह कहकर वापस कर दिया जाता हैं कि उद्योग विभाग से अभी कोई प्रपोजल नहीं आया है। जब आएगा तो बताया जाएगा। विभाग और बैंक की इस दूराकुश्ती में युवा पीस रहे हैं। अगर समय पर इन युवाओं को लोन मिल जाए तो अपना उद्योग शुरू करने में समय नहीं लगेगा. सब्सिडी का चक्करगर्वनमेंट ने नए उद्योग लगाने के लिए युवाओं को सब्सिडी भी दे रही हैं। इसका लाभ लेने के बाद ज्यादातर लोगों ने उद्योग विभाग में आवेदन किए है। इनमें शहरी क्षेत्र उद्योग लगाने पर युवाओं को 15 परसेंट और महिलाओं को 25 परसेंट सब्सिडी का प्रावधान हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में 25 परसेंट पुरुष और महिलाओं को 35 परसेंट सब्सिडी का नियम हैं। इस छूट का लाभ के लिए लगभग दो हजार से अधिक लोगों ने नए स्टार्टअप के लिए आवेदन किए गए हैें इनमें से करीब चार से पांच सौं लोगों को अब तक लोन दिया गया हैं बाकी लोन का इंतजार कर रहे हैं.
कमियां निकाल किया रिजेक्ट युवाओं द्वारा किए गए कई आवेदनों में बैंकों ने त्रुटियां निकालकर रिजेक्ट कर दिया हैं। ताकि उनको लोन न देना पड़े। कई बैंकर्स ऐसे हैं जिनका टार्गेट पूरा होने के बाद ऐसे आवेदनों पर विचार करना ही बंद कर दिए हैं। जब भी युवा लोन के लिए जाते हैं उनका वापस कर दिया जाता हैं। प्रधानमंत्री रोजगार योजना और मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत अब तक ढाई हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं। इनमें से कई आवेदन को बैंकों को भेज दिया गया हैं, कई ऐसे आवेदन हैं जिनमें काफी कमियां हैं, उस पर विचार किया जा रहा हैं. मोहन शर्मा, उद्योग उपायुक्त 2022 में कई लक्ष्य से अधिक लोगों को लोन दिया गया है। अगर बैकर्स लोन देने में आनाकानी कर रहे हैं तो इसकी शिकायत सीधे मुझसे कर सकते हैं। उनकी समस्याओं को निस्तारण कर लोन दिया जाएगा. अभय श्रीवास्तव, एलडीएम