60 दिन में 84 घाटों को चमकाने का टारगेट
वाराणसी (ब्यूरो)। गंगा के बढ़ते जलस्तर ने एक बार नगर निगम की टेंशन बढ़ा दी है। दो महीना पहले निगम ने 30 पंप लगाकर घाटों से सिल्ट हटाया था। अब फिर से गंगा का पानी बढऩे से नगर निगम को दोबारा मशक्कत करनी पड़ेगी। फिर भी नगर निगम के अधिकारी देव दीपावली तक 84 घाटों को सिल्ट मुक्त करने का दावा किया है। इसके लिए 39 पंप और 250 मैनपावर लगाकर दिन-रात घाटों की सफाई करेंगे ताकि देव दीपावली पर आने वाले सैलानियों को घाट चकाचक मिले.
प्रमुख घाटों पर फोकस
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है जिन घाटों पर देव दीपावली की भव्यता निहारने के लिए देशी-विदेशी सैलानी आते हैं, सबसे पहले उन घाटों की सफाई प्रमुखता से की जाएगी। इनमें करीब दस घाट हैं। दशाश्वमेध घाट, राजेन्द्र प्रसाद घाट, पंचगंगा घाट, नमो घाट, आदिकेशव घाट, हरिश्चन्द्र घाट, अस्सी घाट, शिवाला, चेतसिंह किला, भैंसासुर घाट शामिल हैं.
घाटों की सफाई निगम का टारगेट
गंगा के बढ़ते जलस्तर ने नगर निगम की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। नगर निगम के अफसर गंगा का जलस्तर कम होने का इंतजार कर रहे हैैं कि घाटों की सफाई देव दीपावली से पहले हो जाए। इसके लिए नगर निगम ने 60 दिन का लक्ष्य रखा है। इसके भीतर नगर निगम सभी घाटों की सफाई करेगा। नगर निगम को इस बात का डर भी सता रहा है कि गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है, कहीं यह जलस्तर कई दिनों तक न बना रहे। अगर ऐसा होगा तो घाटों की सफाई करना मुश्किल हो जाएगा.
84 घाट के लिए 250 मैनपावर
नगर निगम ने 84 घाटों की सफाई के लिए 250 सफाईकर्मियों की टीम तैयार की है। सभी कर्मियों को दिशा-निर्देश भी दिया है कि प्रमुख घाटों पर पंप लगाकर सिल्ट को हटाएंगे। इसके अलावा जहां पानी लगा रहेगा, पंप लगाकर पानी को निकालेंगे। इससे बीमारी फैलने की आशंका रहती है। इसके अलावा नगर निगम की तरफ से एक-एक घाट की सफाई के लिए 3 से 4 लोगों को तैनात किया जाएगा.
कई घाटों पर अभी भी सिल्ट
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। एनपी सिंह का कहना है कि 84 घाटों में से कई घाट ऐसे हैं, जहां सिल्ट लगा हुआ है। वहां पर भी सफाई के कार्य करने है। ऐसे में दोबारा जलस्तर बढ़ृने से जिन घाटों की सफाई की गयी थी, अब वहां दोबारा करना पड़ेगा। बहरहाल इसके लिए नगर निगम तैयार है। जब भी गंगा का जलस्तर कम होगा तुरंत सफाई के कार्य आरंभ किए जाएंगे.
घाटों की सफाई के लिए नगर निगम ने मैनपावर तैयार कर लिया है। जब भी गंगा का जलस्तर कम होने लगेगा, सबसे पहले प्रमुख घाटों की सफाई का कार्य शुरू किया जाएगा.
डॉ। एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी