कलियुग में भगवान से बड़ा उनका नाम
वाराणसी (ब्यूरो)। श्री कृष्ण उत्सव सेवा समिति के तत्वावधान में रामकटोरा स्थित चिंतामणि बाग में चल रहे श्रीमद्भभागवत कथा के चौथे दिन लक्ष्मी मणी शास्त्री ने कहा कि कलियुग में नाम का बड़ा महत्व है, प्रभु के नाम से भी जरूरी है विश्वास और भरोसा। हमारे शरीर में चौदह लोक हैं- अस्थि पर्वत है, रोम वृक्ष है, नसों में बहती हुयी धारा नदी एवं छिद्र गुफा है।
36 वर्ष तक राज मात्र 5 वर्ष के बालक ध्रुव को मात्र पाँच माह के अन्दर छत्तीस हजार वर्ष तक राज करने सहित ध्रुव तारा बनने का वरदान प्राप्त हुआ, जिसकी परिक्रमा आज भी सप्तऋषियों द्वारा होती रहती है। कथा में महाराज ने बाल हठ, राज हठ, स्त्री हठ के कथाओं का वर्णन बहुत सुंदर ढंग से किया. गजेंद्र को मोक्षअन्य कथाओं में भगवान द्वारा सच्चे हृदय से पुकारने पर गजेन्द्र को मोक्ष दिलाया। भगवान के वामन अवतार की कथा एवं रामजन्म सहित भगवान के अन्य अवतारों का वर्णन किया। अंत में भगवान के पूर्ण अवतार श्री कृष्ण का बहुत सुंदर व भावपूर्ण प्रसंगों द्वारा प्रस्तुत किया गया।
यह रहे मौजूदमुख्य यजमान गणेश प्रसाद कसेरा, सुशीला देवी और अध्यक्ष अशोक कसेरा सहित 11 बालिकाओं द्वारा आरती के बाद माखन मिश्री सहित श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किया गया। स्वागत एवं सम्मान कलाधर गुरू ने किया। व्यवस्था में अशोक कसेरा, अनिल कसेरा, विनोद कसेरा, सुवाष मिश्रा, अरूण कसेरा, भईया लाल, शिवम कसेरा आदि ने सहयोग किया.