जमीन विवाद में साला-बहनोई का बहा खून
वाराणसी (ब्यूरो)। बखरिया गांव में मंगलवार की सुबह जमीन के 20 लाख रुपये के लिए बहनोई दिनेश ङ्क्षसह ने लाइसेंसी असलहे से पहले अपने साला को गोलियों से भून डाला फिर उसी से खुद को उड़ा लिया। लोहता पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त असलहे को कब्जे में ले लिया। डीसीपी अमित कुमार, एसीपी विदुष सक्सेना पहुंच गए थे। कछवां थाना क्षेत्र के ग्राम प्रेमापुर निवासी दिनेश ङ्क्षसह की शिवपुर स्थित सेंट्रल जेल के पास दो विस्वा जमीन थी। उन्होंने वर्ष 2003 में उसे तीन लाख रुपये में बेच धनराशि अपने ससुर राजेश ङ्क्षसह निवासी ग्राम बखरिया को चुरामनपुर मुढैला के पास दो विस्वा जमीन अपने नाम खरीदने को दे दी थी। चार-पांच साल बीतने पर दिनेश ने जमीन मांगी तो राजेश टालने लगे.
कई बार हुई थी पंचायतरिश्तेदारों में कई बार पंचायत भी हुई लेकिन हल नहीं निकला। दिनेश जमीन नहीं मिलने पर वर्तमान कीमत रुपये 20 लाख मांग रहे थे, जबकि राजेश तीन लाख रुपये ही लौटाने पर अड़े थे। सोमवार की शाम दिनेश ङ्क्षसह बखरिया गांव पहुंच ससुर से रुपये मांगने लगे। इन्कार करने पर लौट गए, लेकिन मंगलवार की सुबह आठ बजे अपनी रिपीटर बंदूक लेकर बखरिया गांव पहुंचे, जहां ससुर से विवाद होने लगा। पिता और जीजा के बीच में बचाव को गोपाल पहुंचे तो दिनेश ङ्क्षसह ने फायङ्क्षरग कर दी, जिससे उनकी मौत हो गई। दिनेश अपनी बाइक से भागा लेकिन एक किमी। दूर बनकट गांव के पास रेलवे लाइन किनारे खुद को भी गोली से उड़ा लिया.
राजेश की जिद से सूनी हो गई बेटी और बहू की मांग क्रोध की ज्वाला ने दो परिवारों की खुशियों को जला डाला। दोनों परिवारों की महिलाएं, बच्चों को बिलखता देख लोग कांप उठ रहे थे। सबकी जुबां से एक ही बोल फूट रहे थे कि राजेश जिद छोड़ देते तो बेटी और बेटा दोनों के परिवारों की खुशियां बरकरार रह जाती। बखरियां गांव के राजेश ङ्क्षसह को एक ही बेटा गोपाल और बिटिया संजू थी। बेटी-बेटा दोनों की शादी कर जिम्मेदारियों से निवृत्त हो गए थे। इसे ईश्वर की दी गई खुशियां ही कहेंगे, लेकिन जिद और क्रोध ने एक झटके में पूरे परिवार को बर्बाद करके रख दिया. रो-रोकर बुरा हालदिनेश की पत्नी संजू और 22 वर्षीय बेटा हरिओम का रोकर बुरा हाल था। उधर गोपाल की पत्नी प्रिया ङ्क्षसह, 12 साल का बेटा अनंत ङ्क्षसह और नौ साल की बेटी अनन्या बिलखती रहीं। प्रिया को तो बार-बार होश में लाना पड़ रहा था। जिद में बेटी और बहू की खुशियां गवां चुके राजेश भी हारे हुए नजर आ रहे थे। पुलिस का कहना था कि राजेश ङ्क्षसह ने तहरीर दी है। चूंकि हमलावर की भी मौत हो चुकी है, इसलिए छानबीन में केस की फाइल भी देर-सबेर बंद ही हो जाएगी। दिनेश ने आत्मघाती कदम उठाने से पूर्व किसी से बात भी की। मौके से 17 ङ्क्षजदा और एक कारतूस का खोखा बरामद हुआ है.