सेवइयों का सजा बाजार, घुलेगी बनारसी मिठास
वाराणसी (ब्यूरो)। रमजान का महीना समाप्त होने में एक सप्ताह का समय है। ऐसे में ईद को लेकर बाजार में चहलकदमी दिखने लगी है। जहां मुस्लिम समुदाय के लोग ईद को लेकर जोर-शोर के साथ तैयारी कर रहे हैैं, वहीं बाजार भी सज गए हैैं। सदियों से ईद के दिन सेवइयां और नये कपड़े पहनने का रिवाज चलता आ रहा है। इसको देखते हुए शहर के खाद्य से लेकर गारमेंट मार्केट में बूम शुरू हो गई है। ऐसे में बताया जा रहा है कि ईद को स्पेशल बनाने के लिए बनारस के स्टाकिस्ट शहर की सप्लाई के साथ पूरे पूर्वांचल की मार्केट में सप्लाई करने का प्लान कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ गल्फ कंट्री के बीच निर्यात करते हुए आमदनी को बढ़ाने की प्लानिंग शुरू कर दी है.
प्रतिदिन 12 टन सेवई का हो रहा है उत्पादनबनारस के भदऊ चुंगी को सेवई के कारखाने के नाम से जाना जाता है। ईद को ध्यान में रखते हुए यहां के कारीगरों के द्वारा रोजाना 10 से 12 टन सेवई का उत्पादन किया जा रहा है। उनका कहना है कि इस मार्केट में उन लोगों के द्वारा पिछले 100 सालों से सेवई का उत्पादन किया जा रहा है। ऐसे में यहां के कारीगर एक माह से सेवई के उत्पादन में लग जाते हैैं और अभी 10 दिनों तक सेवई के उत्पादन में लगे रहेंगे.
16 प्रकार के सेवइयों के साथ ढेरों आयटम भदऊ चुंगी के कारीगरों के द्वारा वर्तमान समय में 16 प्रकार की सेवइयों का उत्पादन किया जा रहा है। मीठे के साथ ही नमकीन आयटम की भी तैयारी जारी है। कारीगर फैजान का कहना है कि वे अनेक प्रकार के उत्पादन करते हैं। सबसे पहले मार्केट के बाद दूसरे राज्यों के साथ विदेशों में भी सप्लाई करते हैं। इनमें से खासकर के बनारस की सेवई असम, दिल्ली, कोलकाता, पटना, जयपुर, गोवा, अमृतसर के साथ दुबई, ईराक, ईरान, तुर्केमेनिस्तान, कजाकिस्तान, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान इत्यादि देशों हैैं. आ गया समर कलेक्शन मुस्लिम समुदाय के लोगों में ईद की खुशी का इजहार करने के लिए मीठी सेवइयां के साथ नए कपड़े पहनने का प्रचलन है। ईद के मौके पर ज्यादा बिक्री को ध्यान में रखते हुए मार्केट में नए कपड़ों के ढेरों स्टाक आने शुरू हो गए हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस दौरान उन लोगों के द्वारा कानपुर, लुधियाना, कोलकाता से नए-नए फैशन कलेक्शन के कपड़े आर्डर करके मंगाए जा रहे हैं और अपने दुकानों के स्टाक में लगाए जा रहे हंै. चीनी और खोवे के मार्केट में तेजीईद के दिनों में चासनीदार सेवइयां बनाने का प्रचलन है, जिसके लिए भारी मात्रा में चीनी का प्रयोग सीरे के रूप में किया जाता है। इसी के साथ ही उन सेवइयों में खोवे के मिक्सअप करने से उसमें टेस्ट ज्यादा आ जाता है। इसको देखते हुए शहर के दूध के कारोबारियों से लेकर सट्टिïयों पर खोवे की बुकिंग के आर्डर अभी से शुरू हो गए हैं। दुकानदारों के द्वारा भरपूर खोवे की सप्लाई के लिए अभी से आर्डर के साथ तैयारी शुरू कर दी गई है.
एक नजर सेवई बाजार पर उत्पाद-प्रति केजी दाम सामान्य सेवई-120 रुपये डबल फ्राई सेवई-180 रुपये किमामी सेवई-150 रुपये पराठा नमकीन-240 रुपये पराठा मीठा-280 रुपये खजूर-360 रुपये पापड़-80 रुपये दूधफेनी-140 रुपये एक नजर गारमेंट्स पर उत्पाद-प्रति पीस पठानी पायजमा कुर्ता-1800 रुपये पठानी लुंगी-300 रुपये सामान्य लुंगी-140 रुपये कुर्ता पायजामा-600 रुपये टोपी-140 रुपये बुर्का-600 रुपये हिजाब-450 रुपये ईद को ध्यान में रखते हुए हम लोगों के द्वारा सेवईयों के स्टाक को रखना शुरू कर दिया गया है। ऐसे में लोगों के द्वारा अभी से खरीदारी के साथ बुकिंग शुरू कर दी गई है. जावेद, सेवई व्यापारीहमारे परिवार के द्वारा पिछले तीन पीढिय़ों से सेवई का उत्पादन किया जा रहा है। ऐसे में इस साल भी हम लोग धूमधाम के साथ सेवई का उत्पादन करते हुए मार्केट में लेकर आ रहे हैं.
फैजान, सेवई उत्पादक हम लोगों ने कपड़ों के स्टाक को रखने शुरू कर दिया है। साथ ही कानपुर से लेकर लुधिायाना तक के स्टाक को मंगवाया जा रहा है, जिससे लोग अपनी जरूरत के अनुसार खरीदारी कर सकें. रसूल, कपड़ा व्यापारी