सेफ्टी के नाम छीन ली रोजी रोटी
-कैंट फ्लाईओवर शटरिंग हादसे के बाद से बंद है एक दर्जन दुकानें, दुकानदारों को दीवाली पर धंधा चौपट होने का सता रहा डर
कैंट फ्लाईओवर शटरिंग हादसे के बाद से एक दर्जन दुकानदारों की रोजी रोटी भी छिन गई है। कृष्णा धर्मशाला से लगायत सटे करीब एक दर्जन दुकानों पर पुलिस प्रशासन ने ताला चढ़ा दिया है। शटरिंग गिरने के आधे घंटे बाद से ही बंद दुकानों के नहीं खुलने से संचालकों के सामने तमाम परेशानियां खड़ी हो गई हैं। फेस्टिव सीजन में दुकानें बंद होने से दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। क्योंकि दुकानों के खुलने का सेतु निगम ने डेट नहीं बताया है। ऐसे में दुकानदारों ने दिवाली चौपट होना तय मान लिया है। 11 तारीख से बंद है 11 दुकानेंकैंट फ्लाईओवर से 20 फीट दूरी पर कृष्णा धर्मशाला की कटरे में खुली करीब 11 दुकानों को प्रशासन ने बंद करा दिया है। पिछले शुक्रवार यानि कि 11 अक्टूबर को शटरिंग गिरने की घटना के बाद सेएहतियातन सीओ चेतगंज के आदेश पर दुकानें बंद करा दी गयी। एक लेन की करीब 11 दुकानें बंद करते हुए विजयनगरम मार्केट की ओर जाने वाले मोड़ तक बैरिकेडिंग कर पब्लिक के आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
दुकानदार परेशान, हो रहा नुकसानदुकानदारों को चिंता सता रही है कि यदि इसी तरह दुकानों पर ताला लटका रहा तो पखवारे भर बाद दीवाली सीजन में काफी करारी चपत लगनी तय है। लेन में होटल, मिष्ठान भंडार, फास्ट फूड सेंटर, मेडिकल स्टोर, मोबाइल शाप आदि दुकानें हैं। होटल, फास्ट फूड और मिष्ठान भंडार चलाने वाले संचालकों का कष्ट यह है कि दुकान के अंदर रखे बहुत से सामान खराब हो चुके हैं। अब तो और भी सामान पंद्रह दिनों में नष्ट हो जाएंगे।
पहले से नहीं लिया कोई निर्णय दुकानें बंद होने से खफा दुकानदार मीटिंग करते हुए रणनीति पर मंथन कर रहे हैं। उनका मानना है कि पहले से सेतु निगम ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं दी। सेतु निगम की लापरवाहियों का खामियाजा दुकानदारों को उठाना पड़ रहा है। सुरक्षा कवच लगाकर काम करते तो यह हादसा होता ही नहीं, जिस तरह से निर्माण में लापरवाहियां हो रही थी उससे बहुत पहले से अंदेशा था कि एक न एक दिन फिर कोई बड़ा हादसा होगा। बिना बैरिकेडिंग और रूट ब्लाक के अब कोई काम संभव नहीं है। सुरक्षा के लिहाज से ये कदम उठाया गया। फिलहाल दो से तीन दिनों अंदर दुकानों के खुलने का अनुमान है। एसके श्रीवास्तव, जीएमपहले से कोई निर्देश नहीं दिया गया। यदि कहा गया होता तो फिर कोई व्यवस्था कर लेते। दुकान बंद होने से हजारों रुपये मूल्य का सामान बर्बाद हो गया है।
जितेश कुशवाहा, फास्ट फूड संचालक सेतु निगम की लापरवाहियों को स्थानीय दुकानदार भुगत रहे हैं। सिक्योरिटी बताकर रोजी रोटी छीन लिया गया है। अभिषेक गुप्ता, दुकानदार बिना किसी लेटर के दुकानों को तत्काल बंद करा दिया गया। यह भी नहीं बताया गया कि आखिर कब दुकानें खोल सकते हैं। विराज गुप्ता, दुकानदार सेतु निगम की लापरवाहियों का नतीजा दुकानदार झेल रहे हैं। सुरक्षा का हवाला देकर दुकानें बंद करा दी गई, वहीं काम में तेजी भी नहीं दिख रहा है। अजय गुप्ता, दुकानदार