डराने लगा डायरिया, 7 दिन में 900 केस
वाराणसी (ब्यूरो)। गर्मी ने अब अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जहां हर कोई गर्मी से बेहाल हो रहा है, वहीं अब डायरिया और अन्य मौसमी बीमारियों ने भी सिर उठाना शुरू कर दिया है। इसके शिकार सबसे ज्यादा बच्चे हो रहे है। सिटी के हास्पिटल्स में डायरिया पीडि़त बच्चों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अकेले मंडलीय अस्पताल की बात करें तो यहां के बाल रोग ओपीडी में डेली 150 से ज्यादा बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें नवजात से लेकर 14 साल तक के बच्चे शामिल है। पिछले एक सप्ताह में यहां करीब 900 से ज्यादा बच्चों में डायरिया का इलाज किया गया है। यही नहीं गंभीर रूप से बीमार बच्चों को एडमिट कर इलाज किया जा रहा है। 18 बेड वाला बच्चों का वार्ड पूरी तरह से फुल है। बेड खाली न रहने से कुछ बच्चों को अन्य वार्ड में भी एडमिट किया गया है। ऐसी ही हालत पंडित दीनदयाल हॉस्पिटल और एसएस हॉस्पिटल बीएचयू और अन्य प्राइवेट हॉस्पिटल की भी है।
75 फीसदी डायरिया से संक्रमितएसएसपीजी हॉस्पिटल के चिकित्सकों की माने तो गर्मी बढऩे के कारण इन दिनों ज्यादातर बच्चे डायरिया के साथ सर्दी-खांसी के शिकार हो रहे है। ऐसी सीजन में बचाव ही उपचार है। डायरिया से पीडि़त बच्चों की संख्या को देखते हुए हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से एंटीबायोटिक दवाओं और ओआरएस घोल का इंतजाम कर दिया गया है। प्रबंधन की माने तो यहां के तीन बाल रोग ओपीडी में करीब 150 बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं। इसमे 75 फीसदी डायरिया से संक्रमित पाए जा रहे हैं। इसमें ज्यादातर बच्चों को दवा देकर घर भेजा जा रहा है। सिर्फ गंभीर मरीजों को ही एडमिट किया जा रहा है.
इन एरिया से ज्यादा आ रहे पीडि़त अलईपुर, कज्जाकपुरा, जैतपुरा, लाटसरैया, पीलीकोठी, लल्लापुरा, चौकाघाट, पितरकुंडा, औरंगाबाद, सोनिया, सरैया आदि. पिछले 10 दिनों से डायरिया से पीडि़त बच्चों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। तीन चाइल्ड ओपीडी में डेली करीब 150 से ज्यादा बच्चे इलाज के लिए आ रहे है। इसमें 100 से ज्यादा बच्चे डायरिया व अन्य सर्दी खांसी के आ रहे हैं. डॉ। सीपी गुप्ता, बाल रोग विशेषज्ञ, मंडलीय अस्पताल