वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ समिति के कैंपस को कब्जा मुक्त कराने के लिए शनिवार को सुबह भारी पुलिस बल पहुंचा. इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया. सर्व सेवा संघ समिति के परिसर पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए गांधीवादी समर्थक और अनुयायी लगातार 63 दिन से कर रहे थे सत्याग्रह


वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ समिति के कैंपस को कब्जा मुक्त कराने के लिए शनिवार को सुबह भारी पुलिस बल पहुंचा। इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया। समिति के सदस्य और गांधीवादी समर्थकों को पुलिस कर रही बाहर। इस दौरान रेलवे और गांधी अनुयायियों के बीच आमने-सामने की स्थिति बन गई।क्या है मामला

विनोबा भावे और जयप्रकाश नारायण ने 1960 में सर्व सेवा संघ और गांधी विद्या संस्थान की स्थापना की थी। अब डीएम ने इस जमीन को रेलवे का बताया है और सर्व सेवा संघ भवन को ध्वस्त करने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से सर्व सेवा संघ समिति को राहत नहीं मिली है। निचली अदालत में भी चल रही है सुनवाई।सत्याग्रह भी किया गया
सर्व सेवा संघ समिति के परिसर पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए गांधीवादी समर्थक और अनुयायी लगातार 63 दिन से कर रहे थे सत्याग्रह। उनका कहना है कि 63 वर्षों से सर्व सेवा संघ इस भूमि पर कार्यरत है। प्रारंभ से ही सर्व सेवा संघ के पास रजिस्ट्री व जमीन से संबंधित पूरे कागजात बताया जा रहे हैं।

Posted By: Inextlive