टै्रफिक साइन सिखाएगा आरटीओ
-जानकारी के अभाव में डीएल के लिए आनलाइन टेस्ट में फेल हो रहे बड़ी संख्या में आवेदक
-बैकलाग की समस्या को दूर करने के लिए आरटीओ ने बनायी योजना VARANASI ऑनलाइन सिस्टम ने दलालों पर लगाम तो लगाया लेकिन ड्राइविंग लाइसेंस बनने पर संकट खड़ा कर दिया। दिन प्रतिदिन ड्राइविंग लाइसेंस बनने की संख्या घटती जा रही है। डीएल के लिए आवेदन करने वालों को ट्रैफिक साइन की जानकारी नहीं होना इसकी वजह है। जिससे ज्यादातर आवेदक ऑनलाइन टेस्ट में फेल हो जाते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए आरटीओ ने ट्रैफिक साइन के प्रति लोगों को अवेयर करने की योजना बनायी है। जल्द ही इसका परिणाम देखने को मिलेगा। पहुंचेंगे स्कूल-कॉलेजडीएल के लिए जब मैनुअल टेस्ट सिस्टम था तब फेल होने वालों की संख्या बहुत कम थी। जब से ऑनलाइन सिस्टम हुआ है तब से मात्र क्0 से क्भ् परसेंट ही टेस्ट में पास हो पा रहे हैं। फेल लोगों को एक हफ्ते बाद फिर से मौका मिलता है। जिससे बैकलाग बढ़ता जा रहा है। जो डिपार्टमेंट के लिए सिरदर्द से कम नहीं है। आवेदकों के फेल होने की वजह ट्रैफिक साइन की जानकारी नहीं होना है। ऐसे लोगों को ट्रैफिक साइन से रूबरू कराए जाने के लिए डिपार्टमेंट तैयारी कर रहा है। इसके तहत स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटीज व संस्थाओं में अवेयरनेस कैंप लगाने का प्लान है।
पब्लिक को ट्रैफिक साइन से रूबरू कराने का प्रोग्राम पूरे साल चलता है। पर ऑनलाइन सिस्टम के बाद मिल रहे रिजल्ट को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा अवेयरनेस प्रोग्राम चलाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। ओपी सिंह, इंचार्ज सिटी ऑफिस, आरटीओ