बनारस में रोपवे दौड़ाएंगे विदेशी
वाराणसी (ब्यूरो)। देश में पहली बार सार्वजनिक परिवहन के लिए काशी में प्रस्तावित रोपवे दौड़ाने के लिए विदेशी कंपनियां आगे आई हैं। कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक लगभग चार किमी लंबी दूरी में रोपवे संचालित करने के लिए आस्ट्रेलिया की डॉपेल मेयर, फ्रांस की पोमा और स्विट्जरलैंड की बार्थोलेट कंपनी ने आवेदन किया है। तीनों कंपनियों को रोपवे चलाने में महारत हासिल है। डॉपेल मेयर सबसे ज्यादा देशों में रोपवे चलवा रही है। देहरादून से मसूरी रोपवे प्रोजेक्ट का निर्माण पोमा करा रही है। कुछ दिन पहले रोपवे के स्टेशनों के मॉडल की डिजाइन जारी की गई थी.
14 जून से टेंडर प्रक्रियारोपवे के लिए सड़क परिवहन व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की कंसल्टेंट एजेंसी एनचएलएमएल को जिम्मेदारी मिली है। एनएचएलएमएल ने 14 जून से टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी। अगस्त में टेंडर खुला तो दो कंपनियां आईं, लेकिन वह मानकों पर खरा नहीं उतरी। फिर सात सितंबर को दोबारा टेंडर जारी किया गया। शनिवार को टेंडर खोलने पर विदेशी कंपनियों के नाम से परियोजना की अधिकारियों में उम्मीद अब जग गई है। परियोजना हैम (हाईब्रिड एम्युनिटी मॉडल) पर चलेगा। इस मॉडल में 40 फीसदी सरकार और 60 फीसदी कंपनी वहन करेगी.
इसी हफ्ते में मूल्यांकनविदेशी तीनों कंपनियों का इसी हफ्ते में मूल्यांकन शुरू करा दिया जाएगा। उम्मीद है कि माह के अंत तक कंपनी का चयन भी कर लिया जाएगा। अब जल्द ही पांच स्टेशनों और 30 टॉवर के लिए डेढ़ हेक्टयर जमीन का अधिग्रहण शुरू कराया जाएगा। डिजाइन के अनुसार कैंट स्टेशन परिसर पर पिलर पर रोपवे स्टेशन होगा, जो सबसे बड़ा होगा। काशी में विद्यापीठ में दूसरा, बीटीएस परिसर में तीसरी और गोदौलिया पर चौथा स्टेशन प्रस्तावित है। गोदौलिया पर चारों ओर खुला रहेगा.
जाम की समस्या से मिलेगी मुक्ति रोपवे के जमीन पर उतरने से बनारस में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी। रोपवे परियोजना का पहला चरण पायलट प्रोजेक्ट है। पहले चरण की सफलता के बाद इसके रूट को और विस्तार रूप दिया जाएगा। मौजूदा समय में जो पहला डीपीआर तैयार हुआ है, उसके तहत एक बार में 45 सौ लोग यात्रा करेंगे तो दिनभर में 72 हजार से अधिक लोग यात्रा कर पाएंगे। इसका दर भी बहुत कम होगा. प्रमुख बातें -3.750 किमी है लंबाई है कैंट से गोदौलिया चौराहे तक -कैंट, विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरिजाघर और गोदौलिया पर बनेंगे स्टेशन -दावेदारों में विश्व की सबसे बड़ी कम्पनी डॉपेल मेयर भी शामिलविदेशी तीनों कंपनियों का इसी हफ्ते में मूल्यांकन शुरू करा दिया जाएगा। उम्मीद है कि माह के अंत तक कंपनी का चयन भी कर लिया जाएगा। अब जल्द ही पांच स्टेशनों और 30 टॉवर के लिए डेढ़ हेक्टयर जमीन का अधिग्रहण शुरू कराया जाएगा.
कौशलराज शर्मा, मंडलायुक्त