मेहमानों के स्वागत में लगीं लाइटें उखाड़कर ले गए अराजक तत्व

वाराणसी (ब्यूरो)ये क्या कर रहे हैं आपअभी तो आपका बनारस चमका है। जी-20 देशों के मेहमान काशी की अद्भुत छटा देख खुश होकर लौटे हैं। इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए गए, मगर चंद रोज बाद ही हरियाली, सुंदरता और रोशनी को नष्ट करना भी शुरू कर दिया। बाबतपुर से हरहुआ तक डिवाइडर पर लगी लाइट उखाड़कर चोरी कर ली गईं। इस मामले में बड़ागांव थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.

क्या है मामला

जी-20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए बाबतपुर से हरहुआ तक डिवाइडर पर स्ट्रीट लाइट, चमकदार खंभे, ट्री अप लाइटर और पाट लाइट लगाई गई थी। इनमें ट्री अप लाइटर व पाट लाइट तोड़कर चुरा ली गईं, इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ बड़ागांव थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। शिवपुर क्षेत्र के रहने वाले संतोष कुमार सिंह ने बड़ागांव थाने पर दी तहरीर में आरोप लगाया है कि 148 ट्री अप लाइटर व 48 पाट लाइटें चोरी हुई हैं। अन्य लाइटों को भी नष्ट कर दिया गया है, जिससे लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा है। दूसरी ओर, इसी तरह कई जगहों पर शो वाले पौधे और ग्रीनरी को भी नुकसान पहुंचाने की शिकायतें मिल रही हैं.

शहर में हुए थे कई काम

जी-20 सम्मेलन के मद्देनजर शहर को चमकाने में कई महीने लग गए थे। सड़क, सीवर, साफ-सफाई को चुस्त-दुरुस्त करने के साथ सभी मुख्य इमारत, घाट, पुल और चौराहों को रोशन करने के लिए फसाड लाइट, स्पाइरल लाइट, स्ट्रीट लाइट एवं डायनमिक लाइट लगाई गईं। सड़क किनारे और डिवाइडर पर मौजूद पौधों को झालरों की रोशनी से नहला दिया गया। पेड़ों पर जगमग करते बड़े-बड़े लालटेन को लटकाए गए। इससे रात में भी यह सभी इलाके दिन की तरह नजर आ रहे थे। हरियाली के लिए सड़कों के किनारे शो वाले पौधों के साथ डिवाइडरों पर गमले रखे गए। सड़कों के किनारे कच्ची जमीन पर पौधरोपण किया गया। कुछ जगहों पर आर्टिफिशियल ग्रास लगाई गई। ट्री गार्ड की भी व्यवस्था की गई। रोड किनारे खाली जगह को पार्क की शक्ल दी गई। इनमें जानवरों की ग्रीन आकृतियां लगाई गईं। पौधों को बचाने के लिए उद्यान विभाग को जिम्मेदारी दी गई.

बन गए सेल्फी प्वाइंट

मेहमानों के स्वागत में सजे शहर की सुंदरता इतनी बढ़ गई कि जगह-जगह लोग पिकनिक स्पॉट की तरह इक_ा होकर पहुंचने लगे। इस खूबसूरती को मोबाइल कैमरे से कैद करने की होड़ मची हुई है। इसके साथ ही कलक्ट्रेट, सर्किट हाउस, गिलेट बाजार, वरुणा पुल और कैंटोनमेंट एरिया समेत कई जगह सेल्फी प्वाइंट बन गए। परिवार के साथ जब लोग पहुंचने लगे तो यहां सैर-सपाटा के साथ चाट-पकौड़ी और आइसक्रीम का भी आनंद लेने लगे। पटरी किनारे खाने-पीने और खिलौना आदि बेचने वालों भी रोजगार मिल गया.

ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन होगा। एफआईआर के साथ गुंडा एक्ट लगाया जाएगा और आरोपियों से रिवकरी कराई जाएगी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच होगी, जो भी बनारस के सौंदर्यीकरण को नष्ट और सामान को चोरी कर बनारस को बदनाम कर रहे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पीडब्ल्यूडी समेत अन्य विभागों के हिदायद दी दी जाएगी। शहर के नागरिकों का भी कर्तव्य है कि वह जी-20 सम्मेलन के दौरान हुए सौदर्यीकरण को बरकरार रखने में सहयोग करें.

कौशल राज शर्मा, कमिश्नर

Posted By: Inextlive