बनारस में नमो घाट पर पहली बार रीयल टाइम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हुआ इस्तेमाल पीएम अपनी बात हिंदी में कह रहे थे और तमिल वालों को वह उनकी भाषा में सुनाई दे रही थी


वाराणसी (ब्यूरो)काशी के नमो घाट पर काशी तमिल संगमम-2 का उद्घाटन करने आए पीएम के कार्यक्रम में पहली बार रीयल टाइम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया। पीएम जो भी बोल रहे थे कानों में ईयरफोन लगाए लोगों को वह उन्हीं की भाषा में सुनाई दे रहा था। कार्यक्रम की शुरूआत पीएम ने कहा कि काशी-तमिलनाडु के रिश्ते भावात्मक और रचनात्मक हैं। तमिलनाडु से काशी आने का मतलब है महादेव के एक घर से दूसरे घर आना। इसलिए तमिलनाडु और काशी वासियों के बीच जो प्रेम है, जो संबंध है वो अलग भी है और अद्वितीय भी है.

तीन मिनट का संबोधन

पीएम ने वणक्कम काशी, वणक्कम तमिलनाडु से अपनी बात शुरू करते हुए तमिलनाडु से वाराणसी आये लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने अतिथियों को अपना परिवार बताया और कहा कि तमिलनाडु से काशी आने का मतलब है मदुरै मीनाक्षी के यहां से काशी विशालाक्षी के यहां आना। पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि काशी के लोग आपकी सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ रहे होंगे। आप जब यहां से जाएंगे, तो बाबा काशी विश्वनाथ के आशीर्वाद के साथ-साथ काशी का स्वाद, काशी की संस्कृति और काशी की स्मृतियां भी ले जाएंगे।

मेरा भी दायित्व है

विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान पीएम ने कहा कि यहां के सांसद के नाते मेरा भी दायित्व बनता है कि मैं इस कार्यक्रम में आपके सेवक के रूप में हिस्सा लूं। हमारे देश में सरकारें बहुत आईं, योजनाएं भी बहुत बनीं, बातें भी बड़ी-बड़ी हुईं, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि सरकार जो योजना बनाती है, जिसके लिए बनाती है और जिस लक्ष्य के लिए बनाती है, क्या वह बिना किसी परेशानी के सही समय पर लाभार्थियों तक पहुंच रही है। योजनाओं के लिए जनता को सरकार के नहीं, बल्कि सरकार को जनता के पास पहुंचना होगा। इसी संकलप के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में चलाई जा रही है.

Posted By: Inextlive