इंद्रदेव मेहरबान, खुश हुए किसान
- जमकर हुई बारिश से धान की नर्सरी को मिली संजीवनी, खेतों को तैयार करने में जुटे किसान
चकिया (चंदौली): काले बादलों ने मंगलवार को दोपहर पौने घंटे ही सही पर झूमकर बरसे। बारिश से जहां मौसम सुहाना हो गया वहीं किचकिच और नालियां जाम होने से रोड पर पानी लग गया.गनीमत रही कि बरसात थक गई अथवा नगर में जल प्लावन की स्थिति देखते ही बनती।तेज चमक गरज के साथ दोपहर 1.15 से दो बजे तक जमकर मेघ बरसे। इससे पसीने से तर बतर ही रहे लोगों ने जहां राहत की सांस ली। वहीं खेती किसानी के लिए लोगों ने शुभ संकेत माना। आषाढ़ मास के प्रथम दिन ही जलधार से धान की नर्सरी को जहां नव जीवन मिल गया। वहीं पानी के अभाव में नर्सरी न लगा पाने वाले किसान खेतों की ओर फावड़ा लेकर कूंच कर दिए। तेज आंधी के साथ अचानक हुए बरसात से झुग्गी झोपड़ी में गुजर बसर कर रहे लोग बिलबिला गए। नरिया पटरी वाले कच्च्चे घरों में पानी झरने की तरह गिरने लगा। इससे गरीब तबका हाल परेशान हो गया। कुल मिला कर खेती किसानी के लिए यह बरसात लाभप्रद मान किसान झूम उठे।