टूरिस्टों को मंदिरों की राह दिखाएगा क्यूआर कोड
वाराणसी (ब्यूरो)। डोमेस्टिक टूरिज्म में वाराणसी पहली पसंद है। वर्ष 2022 में रिकॉर्डतोड़ 7 करोड़ से अधिक सैलानी वाराणसी पहुंचे थे। इस साल भी सितंबर में ही यह आंकड़ा पार हो गया है। पर्यटकों की यह संख्या अयोध्या, मथुरा, आगरा, प्रयागराज और झांसी से अधिक है। अब काशी आने वाले पर्यटकों को मंदिरों तक पहुंचने में परेशानी नहीं होगी। प्रमुख 30 मंदिरों को क्यूआर कोड से लैस किया गया है। इसकी मदद से मंदिर से जुड़ी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ ही पर्यटन विभाग ने 300 मंदिरों की जियो मैपिंग कराई है। इसके जरिए मंदिरों का पता आसानी से तलाशा जा सकेगा। इन सारी सुविधाओं के साथ पर्यटन विभाग की वेबसाइट अपडेट की गई है.
6.62 करोड़ से संवरेंगे मंदिर
मोहल्लों के मंदिर भी धार्मिक पर्यटन के नक्शे पर चमकेंगे। इसका खाका पर्यटन विभाग ने तैयार कर लिया है। मंदिर पांच करोड़ से संवारे जाएंगे। फिर उन्हें धार्मिक पर्यटन से जोड़ा जाएगा। मंदिरों में फसाड लाइटें लगाई जाएंगी। पर्यटन विभाग जिले के चार मोहल्ले के मंदिरों को इसी महीने से संवारेगा। इसकी मंजूरी शासन से मिल गई है.
ये होंगे काम
परिक्रमा पथ, लाइट, बेंच, सार्वजनिक हॉल, पेयजल, जलनिकासी, सोलर लैप, शौचालय, फसाड लाइट, बरामद, इंटरलॉकिंग सीसी रोड, एप्रोच मार्ग.
छह घाटों पर फ्लोटिंग चेंजिंग रूम
गंगा स्नान के लिए बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर दिसंबर तक फ्लोटिंग जेअी चेंजिंग रूम बन जाएंगे। इस पर 5.70 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। हर चेंजिंग रूम में 10 कमरे महिला तो 10 पुरुषों के लिए होंगे। स्मार्ट सिटी के सीजीएम डी वासुदेवन ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दशाश्वमेध घाट पर फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम बनाया गया है। इसका रोजाना पांच हजार से अधिक श्रद्धालु इस्तेमाल करते हैं। अब तक पांच लाख से अधिक श्रद्धालु लाभ उठा चुके हैं। अब राजघाट, केदार घाट, पंचगंगा घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, अस्सी घाट, शिवाला घाट पर चेंजिंग रूम बनाए जा रहे हैं। इससे गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की परेशान कम होगी। गंगा का जलस्तर बढऩे पर दिक्कत नहीं होगी.
इन मंदिरों का कायाकल्प
रामनगर में उडिय़ाघाट मंदिर 1.60 करोड़, गोसाइपुर का विश्वकर्मा मंदिर 1.10 करोड़, मांडवी कुंड स्थित गणेश मंदिर 1.48 करोड़, शिवराज नगर कॉलोनी चौरा माता मंदिर 1.94 करोड़
प्राचीन मंदिर हैं आकर्षण का केंद्र
प्राचीन मंदिरों के लिए वाराणसी विश्व प्रसिद्ध है। वाराणसी में कई लोकप्रिय जगह हैं, जो करोड़ों पर्यटकों को अपनी तरफ खींचती हैं। वाराणसी आना सिर्फ भारतीयों को ही नहीं बल्कि विदेशी टूरिस्ट्स को भी खूब पसंद है। वाराणसी में कुछ ऐसे स्थान हैं, जिन्हें लोग खूब पसंद करते हैं। इनमें काशी विश्वनाथ धाम, दशाश्वमेध घाट, बीएचयू विश्वनाथ मंदिर, मणिकर्णिका घाट, अस्सी घाट, दुर्गाकुंड मंदिर, मान मंदिर घाट, तुलसी मानस मंदिर, नमो घाट, नेपाली मंदिर, संकट मोचन मंदिर, ललिता घाट, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, रामनगर किला, मृत्युंजय महादेव मंदिर और भारत माता मंदिर आदि का नाम शामिल है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के निर्माण के बाद से टूरिज्म इंडस्ट्री नई ऊंचाइयों तक पहुंच गया है। बनारस टूरिस्ट्स के लिए पहली पसंद बन गया है। घाट और मंदिरों में पर्यटक अधिक समय रूके, इसके लिए पर्यटन सुविधाएं बढ़ाई जा रही है.
-आरके रावत, डिप्टी डायरेक्टर, पर्यटन