गंदगी, सीवर, जलजमाव से परेशान है जनता
वाराणसी (ब्यूरो)। शहर में चुनावी बिगुल बज चुका है। पांच साल से माननीय बैठे नेताजी अब फिर से माननीय बनने के लिए घर-घर दस्तक देना शुरू कर दिए हंै। जनता भी अब इतरा रही है कि अब उनके दिन आए गए हंै। प्रतिदिन नेताओं की परेड करा रही है। काशी के हर वार्ड, मुहल्ले में प्रतिदिन यही सिनेरियो देखने को मिल रहा है। नेताजी वोट के लिए पहुंच रहे तो जनता भी समस्याओं को रखने में गुरेज नहीं कर रही है। सीवर, नाली, बिजली, स्मार्ट स्कूल समेत कई मांगों को पूरा करने के लिए हामी भरवा रही है। नेताजी भी वोट लेने के लिए वोट लेने के लिए सभी मांगों को पूरा करने के लिए विवश हैं। भले ही बीते पांच सालों में एक भी काम न हुआ है। इन्हीं सब समस्याओं को जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम फुलवरिया के वार्ड नं। 3 में पहुंची जो पहली बार नगर निगम सीमा में शामिल हुआ। यहां भी समस्याओं का अंबार दिखा। जनता ने कहा अब तो वार्ड बन गया है। जो भी पार्षद बने सबसे पहले सीवर, बिजली का खंभा और गलियों में पत्थर बिछाने का कार्य करे.
आपका वार्ड पहली बार नगर निगम सीमा में शामिल हुआ, इसका विकास होना चाहिए?हमारा वार्ड नगर निगम सीमा में शामिल जरूर हो गया है लेकिन समस्याएं जब दूर हों तभी वार्ड का मतलब है। सीवर की समस्या हर गली में है। लगता है वार्ड बनने के बाद भी दूर नहीं होगी.
पहली बार पार्षद का चुनाव होगा, उनसे आपकी उम्मीदें क्या होगी? अभी तक तो नगर निगम सीमा के बाहर क्षेत्र रहा। सड़क, सीवर के लिए लोग परेशान हैं। अब यहां से पहली बार पार्षद चुने जाएंगे। उम्मीद है कि इस वार्ड में सबसे पहले सीवर की समस्या को दूर करेंगे. इस एरिया का सबसे गंभीर मुद्दा क्या है ? इस क्षेत्र में अभी तक नाली की समस्या सबसे गंभीर है। बारिश में हर जगह पानी लग जाता है। बारिश के पानी के चलते जगह-जगह रास्ते में गड्ढे हो जाते हंै। इसकी जानकारी विभाग के अफसरों को है लेकिन ठीक नहीं किया गया. आपको पार्षद बना दिया जाए तो क्या करेंगे? पार्षद बनने के बाद सबसे पहले इस क्षेत्र में सीवर की व्यवस्था करेंगे। जब तक यह समस्या दूर नहीं हो जाएगी तब तक कार्य करते रहेंगे। क्योंकि यहां की जनता इसको लेकर काफी परेशान है. बीते पांच सालों में कितना बदला आपका क्षेत्रबदलाव तो बहुत आया, कार्य भी बहुत हुए लेकिन जिस प्रकार से कार्य होने चाहिए उस प्रकार से नहीं हुआ। सीवर को जगह-जगह खोदकर छोड़ दिया गया है। आज तक ठीक नहीं किया गया.
आप पार्टी को वोट देते हैं या कैंडिडेट को? हम तो कैंडिडेट को वोट देते हैं, क्योंकि मुहल्ले में हमेशा कैंडिडेट ही काम आता है। अब हमारा मुहल्ला वार्ड बन गया है इसलिए भावी पार्षद से काफी उम्मीद है. वार्ड में समस्याएं बहुत हैं। इनमें सीवर, पानी निकासी और सड़क की समस्या काफी गंभीर है। भावी पार्षद से इन समस्याओं के निस्तारण के लिए काफी उम्मीद है. ओमप्रकाश सिंह फुलवरिया अभी पहली बार नगर निगम में शामिल हुआ है। काफी बड़ा क्षेत्र है। उसी हिसाब से समस्याएं भी अपार हैं। अगर पार्षद बनने का मौका मिला तो प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का हल कराया जाएगा. शशिकला भारती इस क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या सीवर की है। बारिश के दिनों में घुटने तक पानी भर जाता है, जिससे आवागमन में काफी दिक्कतें होती है। पहले इसका निस्तारण जरूरी है क्योंकि इससे पूरी जनता परेशान है. नदीम खानहम तो प्रत्याशी को देखकर ही वोट करेंगे, जो हमारी समस्याओं को समझेगा और हमारे हर सुख दुख में साथी होगा। और पढ़े लिखे प्रत्याशी को वोट करेंगे। तभी वार्ड का विकास होगा.
शिवाजी मिश्रा
फुलवरिया को पहले ही नगर निगम में शामिल कर देना चाहिए था। सरकार की अनदेखी से ही इस क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है। नये पार्षद से बहुत उम्मीद है कि वह इस क्षेत्र का विकास करें. वीरेंद्र कुमार ऐसा पार्षद होना चाहिए जो जाति धर्म से उठकर सभी को साथ लेकर चलने वाला हो। बिना भेदभाव के आम लोगों की समस्या का निदान करे। क्षेत्र की समस्याओं को गंभीरता से दूर करे. जितेंद्र मिश्रा वार्ड में काफी समस्या है। रास्ता पूरा उबड़-खाबड़ है। आए दिन लोग चोटहिल होते रहते हैं। इसकी मरम्मत के लिए कई बार कहा गया, लेकिन आज तक दुरुस्त नहीं किया। इस गंभीर समस्या से हर कोई परेशान है. नसीम अहमद फुलवरिया में बिजली के खंभा से जो तार गया है वह काफी खतरनाक है, क्योंकि इनमें से ज्यादातर काफी नीचे लटक रहा है। सबसे पहले इसे दूर करना चाहिए. संतोष राय