वाराणसी में 12.13 मिनट पर घटना स्थल पर पहुंचती है पीआरवी 10 मिनट में पहुंचने का है समय रिस्पांस टाइम में भदोही पहले स्थान पर

वाराणसी (ब्यूरो)गिरोह बंद अपराध पर अंकुश, सॉल्वर गैंग का खुलासा, सूदखोरी पर पाबंदी और पाक्सो एक्ट में पैरवी करने में वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस नंबर वन है, लेकिन आप किसी मुसीबत में फंसे हैं और मदद के लिए पुलिस को कॉल करते हैं तो पीआरवी 12.13 मिनट पर ऑन स्पॉट पहुंचती है। हालांकि शासन की ओर से पीआरवी का रिस्पांस टाइम 10 मिनट का रखा गया है, लेकिन वाराणसी पुलिस सवा दो मिनट लेट पहुंचती है। वाराणसी की अपेक्षा मिर्जापुर और गाजीपुर की रिस्पांस टाइम अच्छी है, जबकि पूर्वांचल में भदोही सबसे आगे है। यहां का रिस्पांस टाइम 7.35 मिनट है। मिर्जापुर का 10.52 व गाजीपुर मेंं 11.42 मिनट है.

टै्रफिक और अधिक शिकायतों से लेट

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में पीआरवी पुलिस रिस्पांस व्हीकल बेपटरी हो गई है। मदद मांगने वालों तक पीआरवी दो से तीन मिनट की देरी से पहुंच रही है। इसकी कई वजहें बताई जा रही हैं, जिसमें ट्रैफिक जाम और शिकायतों को ज्यादा आना प्रमुख है। पूर्व में दो से ढाई सौ के बीच फोन आते थे। कोरोना के बाद से शिकायतों की संख्या बढ़ती गई। वर्तमान में रोज 510 तक शिकायतें होती हैं। किसी विशेष आयोजन पर यह संख्या 550 के पार पहुंच जाती है।

14 अतिरिक्त वाहनों का प्रस्ताव भेजा

कमिश्नरेट के बेड़े में 49 चारपहिया पीआरवी है, जबकि 56 दोपहिया पीआरवी है। थानावार सभी वाहनों का आवंटन है। वर्तमान में औसत रिस्पांस टाइम 12 मिनट 13 सेकेंड है। शहरी क्षेत्र में 10.30 मिनट और देहात क्षेत्र में 14.04 मिनट रिस्पॉन्स टाइम है, जबकि पूर्व में औसत समय 10 मिनट के अंदर था। शासन से शहर और देहात दोनों क्षेत्रों में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 10 मिनट का रखा गया है। पहले की अपेक्षा ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। इसलिए वाराणसी के लिए 14 अतिरिक्त वाहनों का प्रस्ताव भी भेजा गया है.

भदोही आगे, बलिया पीछे

जोन और वाराणसी कमिश्नरेट में सबसे बेहतर रिस्पांस टाइम भदोही जिले का है। भदोही जिले का रिस्पांस टाइम सात मिनट 35 सेकेंड है। यानी शासन से निर्धारित रिस्पांस टाइम से ढाई मिनट पहले भदोही पुलिस मौके पर पहुंच रही है। सबसे खराब स्थिति बलिया की है। मुसीबत के समय पब्लिक पुलिस को कॉल करती है तो बलिया पुलिस 16.32 मिनट में पहुंच रही है.

डायल-112 की सेवा बेहतर होगी

ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डा। के एजिलरसन ने कहा कि लखनऊ में डायल 112 की जिम्मेदारी उठा चुका हूं तो चेन्नई में ट्रैफिक व्यवस्था मेेरे जिम्मे थी। इसलिए क्राइम कंट्रोल, कानून-व्यवस्था के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने संग डायल 112 पुलिस को जनता के लिए और उपयोगी बनाऊंगा। डायल 112 पुलिस की कार्यप्रणाली जानने के लिए मैं मौके पर जाऊंगा। कहा कि सुधार की शुरुआत अपने आफिस से की है.

कमिश्नरेट की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार और डायल 112 पुलिस की तेजी जनता महसूस करेगी। मैं अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने संग हकीकत परखने शहर में निकलूंगा। जन शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता होगी। जनता की समस्याओं की अनदेखी करने वाले थानेदारों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी.

डाके एजिलरसन, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर

Posted By: Inextlive