जनचौपाल ने संभव जनसुनवाई को भी पीछे छोड़ा दो घंटे में 25 से 30 शिकायतें आईं मतांतरण जीआईएस सर्वे दाखिल-खारिज के अलावा कब्जा अतिक्रमण की समस्या लेकर पहुंचे लोग लोगों की मांग जोन की तर्ज पर हर वार्ड में लगनी चाहिए जनचौपाल

वाराणसी (ब्यूरो)नगर निगम के जन चौपाल ने संभव जनसुनवाई को भी पीछे छोड़ दिया है। शहर के हजारों मसलों से शहर की न सिर्फ स्मार्टनेस पर असर पड़ रहा है बल्कि आम जनता को भी परेशान होना पड़ रहा है। सिटी को स्मार्ट का दर्जा मिलने के बाद समस्याओं के निस्तारण में अभी तक स्मार्टनेस नहीं आयी। हालात यह है कि समस्याओं के निस्तारण के लिए नगर निगम को संभव जनसुनवाई के अलावा जन चौपाल भी लगाना पड़ रहा है। चौपाल में एक दिन में 30 से अधिक कम्प्लेन लोगों ने दर्ज कराया जबकि संभव जनसुनवाई में 10 से 15 ही शिकायतें आती थी। उन शिकायतों का कब निस्तारण होगा इसकी भी कोई गारंटी नहीं है। जनचौपाल में फटाफट लोगों की शिकायतों न सिर्फ निस्तारण किया गया बल्कि यह भी आश्वासन दिया कि जीआईएस सर्वे में जो भी गड़बडिय़ां आ रही है उसे जन चौपाल में आकर निस्तारण करा लें.

सर्वे और मंतातरण की समस्याएं

मंगलवार को नगर आयुक्त की अगुवाई में संभव जनसुनवाई में सर्वाधिक मामले जीआइएस सर्वे के अलावा मंतातरण के मामले छाया रहता था वहीं जन चौपाल में भी सबसे अधिक सर्वे, कब्जा, इन्क्रोचमेंट की समस्याओं को लेकर पहुंचे थे। फिलहाल सिटी के लोगों का कहना है कि ऐसे ही नगर निगम हर जोन में जन चौपाल लगाकर सुनवाई करें तो नगर निगम का दौड़ लगाना न पड़े.

हर वार्ड में भी होनी चाहिए सुनवाई

जनचौपाल को हर वार्ड में भी लगाना चाहिए। इससे जनता की समस्याओं का निस्तारण काफी हद तक हो जाएगा। क्योंकि नाली, सीवर, पानी, पोल, गंदगी की समस्याएं हर वार्ड में है। इसकी जानकारी जोन के अधिकारियों को है लेकिन निस्तारण कोई नहीं करना चाहता। नगर आयुक्त की अगुवाई में जो सुनवाई हो रही है इससे काफी असर पड़ता है। संबंधित विभाग के अधिकारी काम भी करते हैं.

हर मुहल्ले में समस्या

जनचौपाल में कई ऐसे लोग भी पहुंचे जिनका मामला न्यायालय में चल रहा है लेकिन नगर निगम में उनका कागज अटका हुआ है। ऐसे मामलों को नगर आयुक्त ने गंभीरता से देखा और हर संभव उसे निस्तारण करने के लिए आश्वस्त भी किए। इससे लोगों का विश्वास और बढ़ गया है। उनका कहना है कि इस तरह के जन चौपाल हर वार्ड में लगने चाहिए। क्योंकि संभव जनसुनवाई में कई लोग अपनी समस्याओं को प्रमुखता से नहीं रख पाते.

पीला कार्ड नहीं बन रहा

जन चौपाल में कई ऐसे लोग भी पहुंचे थे जो पीलाकार्ड को लेकर परेशान थे। उनका कार्ड पिछले कई सालों से नहीं बन पा रहा था। ऐसे लोगों का एप्लीेकेशन पीला कार्ड बनाने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया। इस तरह की समस्याएं जन चौपाल में रखने से लोग भी नहीं हिचकिचाए, गली की समस्याओं को भी लोगों ने प्रमुखता से रखा। जनचौपाल में अभी 25 से 30 ही मामले पहुंच रहे है लेकिन और जोन में सैकड़ों मामले पहुंच सकते है.

जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए जनचौपाल लगाया जा रहा है। हर जोन में जनचौपाल लगाकर समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा.

सिपु गिरी, नगर आयुक्त

जनचौपाल लगने से जनता को काफी राहत मिल रही है। इस तरह के जन चौपाल को नगर आयुक्त को समय-समय पर लगाना चाहिए.

रमेश कुमार, क्षेत्रीय नागरिक

संभव जनसुनवाई सप्ताह में एक ही दिन लगाया जाता है, वह भी मंगलवार को। जन चौपाल अगर हर क्षेत्र में लगे तो काफी हद तक जनता की समस्याएं दूर हो जाएगी.

अनिल शाह, क्षेत्रीय नागरिक

जनता के हित का कार्य है। इसे हर वार्ड में भी लगाना चाहिए। हर वार्ड में समस्याओं का पुलिंदा खड़ा है। किसी के जन्म मत्यु प्रमाण का मामला गड़बड़ है तो किसी को पीला कार्ड ही नहीं मिल रहा.

शरद श्रीवास्तव, क्षेत्रीय नागरिक

Posted By: Inextlive