बारिश शुरू होने के बाद हर साल पोल में करंट आने से होती हैैं मौतें फिर भी नहीं चेत रहा विभाग कहीं केबल बाक्स लटक रहा तार फैला हुआ है तो कई जगह बाहर नजर आ रहे कनेक्शन

वाराणसी (ब्यूरो)बरसात में बिजली व हेरिटेज पोल राह में मौत बनकर खड़े हैं। बारिश शुरू होने के बाद हर साल पोल में करंट आने की वजह से हादसे होते हैं। गुरुवार को पिशाचमोचन के पास हेरिटेज पोल में करंट उतरने से सगे भाइयों की मौत ने विभाग द्वारा रखरखाव में बरती जा रही लापरवाही को एक बार फिर उजागर किया है। यही नहीं चार महीना पहले भी बरसात के दौरान स्ट्रीट लाइट में करंट उतरने से दो लोगों की मौत हो गई थी। साहब, स्मार्ट शहर में स्मार्ट व्यवस्थाएं होने के बाद भी हादसे नहीं रुक रहे। सिटी में चार चांद लगाने के लिए जगह-जगह हेरिटेज पोल लगा दिए गए, लेकिन स्मार्ट सिटी के अफसर मेंटनेंस करना भूल गए। मेंटनेंस के अभाव में पोल ने दो लोगों की जान ले ली। इसके बाद भी स्मार्ट सिटी के अफसर नहीं चेत रहे। करोड़ों रुपए का पोल लगाने को तो लगा दिए, लेकिन आज भी उसका रखरखाव न होने की वजह से शहर के कई ऐसे पोल हैं, जो कभी भी किसी की जान ले सकते हैं। इनमें से कई ऐसे पोल हैं, जिनका तार निकला हुआ है तो कई ऐसे हैं जिनका केबल बॉक्स लटका हुआ है। इनको भी अगर जल्द से जल्द सही नहीं किया गया तो बारिश में करंट उतरने से कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

अर्दली बाजार में लगे पोल का बुरा हाल

अर्दली बाजार में भी कई जगह बिजली के पोल लगाए गए हैं। इनमे से कई पोल के तार बाहर निकले हैं। केबल बाक्स को पोल से सटाकर खड़ा किया गया है। ऐसे में अगर बारिश होती है तो किसी का गलती से हाथ पोल पर चला जाए तो उसे करंट लग सकता है। इनमें से कई तार ऐसे हंै जो हादसे का सबब बन सकते हैं.

विशेश्वरगंज में कई पोल हैं खराब

विशेश्वरगंज में भी कई बिजली के पोल ऐसे हैं जहां लाइट तो जलती है लेकिन बेतरतीब तार चारों तरफ लटक रहे हैं। तिराहे पर भी दुकानों के सामने भी पोल लगा है, वह तारों के जंजाल में फंसा हुआ है। झमाझम बारिश होती है तो विशेश्वरगंज में पानी लग जाता है। ऐसे में कभी भी करंट पोल में उतर सकता है। इसे भी अगर मेंटनेंस नहीं किया गया तो किसी की जान पर आ सकती है.

केबल बाक्स लटका

कचहरी से वीडीए जाने वाले सड़क के किनारे बिजली के पोल के बीच केबल बाक्स तारों के बीच लटक रहा है। यह पिछले कई हफ्तों से ऐसे ही लटक रहा है। तार भी बिजली के पोल के चारों तरफ फैला हुआ है। इसे ठीक नहीं किया गया तो किसी के साथ हादसा हो सकता है.

दस में दो पोल की हालत खराब

फिलहाल मंडी के व्यापारियों का कहना है कि शहर में हेरिटेज पोल हो या फिर बिजली का खंभा, इनमें से अधिकतर खराब स्थिति में हैं। स्मार्ट सिटी के अफसर हेरिटेज पोल लगाने के बाद मेंटनेंस करना भूल गए हैं। पूछने पर कहते हंै मेंटनेंस करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। मच्छोदरी से कोयला बाजार जाने वाले मार्ग पर भी पोल को लगाया गया है जिसकी हालत खराब है। मच्छोदरी में बारिश में जगह-जगह घुटने तक पानी लग जाता है। अगर पोल के तारों को दुरुस्त नहीं किया गया तो करंट फैल सकता है.

सिटी में 47 हेरिटेज पोल हैं। स्मार्ट सिटी ने इसे लगाया था। सभी पोलों का मेंटनेंस किया जा रहा है। बिजली के पोल के निकले तारों को ठीक कराया जा रहा है। इसके लिए कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है.

अजय राम, अधिशासी अभियंता, नगर निगम

अधिकारी काम में लापरवाही बरतते हैैं। इसी कारण हादसा हुआ है। सरकार बदल गई लेकिन अधिकारियों का रवैया नहीं बदला। जब तक हर महीने पोल को चेक नहीं करेंगे, हादसे होते रहेंगे.

प्रतीक गुप्ता, अध्यक्ष, विशेश्वरगंज भैरोनाथ व्यापार मंडल

कई ऐसे पोल हैं जो ऊपर देखने में ठीक लगते हैं लेकिन पोल के नीचे चारों तरफ ताल फैला रहता है। बारिश के दिनों में करंट उतर आता है। पोल के पास जो लोग आते-जाते हैं, करंट की चपेट में आ जाते हैं.

रमेश भारद्वाज, पदाधिकारी, तेलियाबाग व्यापार मंडल

हड़हासराय में कई बिजली के पोल ऐसे हैं, जो जर्जर हालत में हैं। कई बार बदलने को कहा गया, लेकिन आज तक नहीं बदला गया। मार्केट में फैले बिजली तार को व्यवस्थित नहीं किया गया.

शेख आसिफ, संरक्षक, बनारस व्यापार मंडल समिति

Posted By: Inextlive