पीएम मोदी की आत्मा में बसती है काशी
वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी की आत्मा में काशी और काशीवासी बसते हैं। यही कारण है कि वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यस्तता के बावजूद पीएम अपनी काशी में आने का मोह नहीं छोड़ पाते। यहां की विरासत और संस्कृति के लिए उनके मन में चिंता और चिंतन भाव होता है। ये बातें शुक्रवार को वाजिदपुर में आयोजित जनसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम नरेन्द्र मोदी का स्वागत अभिनंदन करते हुए कही।
संस्कृति और समृद्धि का नया रूप काशीसीएम ने कहा कि पवित्र सावन माह में बाबा विश्वनाथ की पावन धरा पर काशी को मेरी काशी के रूप में वैश्विक मान्यता देने वाले पीएम नरेन्द्र मोदी का मैं स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। संस्कृति और समृद्धि का नया रूप काशी ही नहीं देश और प्रदेश के अंदर देखने को मिल रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को नयी पहचान और सम्मान मिल रहा है। विकास और विरासत की परंपरा की शुरुआत इसी काशी से पीएम ने 2014 से शुरू किया था।
दुनिया को भा रहा विश्वनाथ धामसीएम ने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता को सम्मान दिलाने वाले वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय व्यस्तता के बावजूद काशीवासी पीएम की आत्मा में बसते हैं। यहां की विरासत और संस्कृति के लिए उनके मन में हमेशा चिंता और चिंतन होती है। आपने काशी विश्वनाथ धाम देखा होगा, ये आज पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा है। काशी के मंदिर और घाट सज रहे हैं.
सांस्कृतिक राजधानी की मान्यता मिली उन्होंने कहा कि जी-20 के लिए भी काशी का कायाकल्प हम सबने देखा। शंघाई सहयोग परिषद की ओर से भी 2022-23 में काशी को दुनिया की सांस्कतिक राजधानी के तौर पर मान्यता मिली है। काशी आज पुरातन काया के साथ नये कलेवर में आगे बढऩे का काम कर रही है। आज 12 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं को लेकर पीएम का आगमन काशी में हुआ है। बीते 9 साल में पीएम ने देश को नई पहचान दिलाने का कार्य किया है। 9 वर्ष की सफलता को लेकर आज पीएम अपनी काशी में आए हैं.