बनारस में मिली नकली दवा मामले में फार्मा कंपनी की मालिक अरेस्ट
वाराणसी (ब्यूरो)। नकली दवाओं का भंडारण कर देश भर में उनकी आपूर्ति करने के मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद मु?ख्य सरगना रजनी भार्गव को भी अरेस्ट कर लिया गया है। बुधवार देर शाम हिमाचल प्रदेश राज्य दवा नियंत्रण विभाग के शिकंजे में आई रजनी बद्दी स्थित साइपर फार्मा कंपनी की मालिक है.
मार्च में जब्त हुई थी नकली दवा मार्च में वाराणसी में पकड़ी गई नकली दवाओं का उत्पादन सोलन जिले के बद्दी स्थित रजनी भार्गव की इसी कंपनी में हुआ था। वाराणसी में नकली दवाएं पकड़े जाने के बाद से रजनी फरार थी। इसके बाद से उत्तर प्रदेश व हिमाचल पुलिस को उसकी तलाश थी। बुधवार को हिमाचल पुलिस ने राज्य दवा नियंत्रक विभाग के कार्यालय से रजनी को गिर?तार किया। उसे तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है। सुनील को की थी दवा की सप्लाईपूछताछ में रजनी ने पुलिस को बताया है कि वह उत्तराखंड व असम के उद्योगों के नाम से नकली दवाएं बद्दी में बना रही थी। ये दवाएं दो प्रकार से नकली हैं। एक इसलिए क्योंकि इनमें एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रीडिएंट यानी कच्चे माल की जगह चाक मिट्टी, चीनी व स्टार्च आदि मिलाया जाता था। बद्दी से नकली दवाओं को वाराणसी भेजा जाता था, जहां सुनील पाल नामक व्य1ित इस महिला के संपर्क में था। सुनील को वह करीब 7.50 करोड़ रुपये की नकली दवाएं भेज चुकी थी.
दो साल से नकली दवा का धंधा गुरुवार को रजनी को पुलिस कंपनी की पहचान के लिए गुल्लरवाला स्थित साइपर फार्मा ले गई, जहां करीब तीन माह बाद कंपनी के ताले खोले गए। आरोपित महिला ने मशीनों, दवाओं के रैपर आदि की बरामदगी करवाई। पुलिस और राज्य नियंत्रक विभाग ने वहीं उ1त महिला के बयान लिए। बताया जा रहा है कि महिला के पति की मौत कोरोना काल में हुई थी, जिसके बाद उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो उसने दो वर्षों से नकली दवाएं बनाने का काम शुरू कर दिया. अब दुआ की हो रही तलाशराज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया कि आरोपित महिला रजनी भार्गव से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही इस मामले में कुछ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। दो मार्च, 2023 को वाराणसी के सिगरा थाने में दर्ज हुए इस मामले में सुनील नाम के व्य1ित को गिरफ्तार किया था, जो कूरियर का काम करता था। सुनील ने रजनी भार्गव के बारे में बताया था। इस प्रकरण में पंचकूला का रहने वाला दुआ उपनाम वाला एक व्य1ित भी शामिल है, जो नकली दवाओं को बाजार में बिकवाता था। हिमाचल ड्रग विभाग व एसटीएफ को दुआ की तलाश है।
ऐसे पकड़ी गई आरेपित रजनी भार्गव का बेटा निजी विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। दवा नियंत्रण विभाग ने अपने कार्यालय में बेटे को बुलाया और कहा कि मां को फोन करे। बेटे ने रजनी को दवा नियंत्रक के कार्यालय में बुलाया जहां पहुंचते ही पुलिस ने उसे गिर?तार कर लिया.