नंबर प्लेट लगी लेकिन नहीं आए मेयर साहब, पार्षदों को नहीं मिला ठिकाना
वाराणसी (ब्यूरो)। शहर की नई सरकार ने शुक्रवार को शपथ के साथ कामकाज संभाल लिया था। शनिवार और रविवार छुट्टी में बीत गया। उम्मीद थी कि सोमवार से नई सरकार एक्शन में होगी, लेकिन दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में सब हवा हवाई साबित हुआ। पहले दिन ही नवनिर्वाचित मेयर अशोक तिवारी नगर निगम मुख्यालय नहीं पहुंचे। मेयर से मिलने के लिए कई लोग पहुंचे थे, लेकिन वह आखिर मायूस होकर लौट गए। नगर आयुक्त से मिलने के लिए कुछ पार्षद आए थे, लेकिन साहब भी उपलब्ध नहीं थे। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि पार्षदों के बैठने के लिए कक्ष भी तैयार नहीं था। इससे तो यह जाहिर होता है कि शहर के विकास व जनता की समस्या को लेकर शहर की सरकार और प्रशासन दोनों गंभीर नहीं है.
दोपहर तक 30 लोग पहुंचे थेसिगरा स्थित नगर निगम मुख्यालय में सोमवार दोहपर करीब 12 बजे दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम पहुंची। गेट पर एक डेस्क मिली, जो अंदर आने वालों के नाम रजिस्टर में दर्ज कर रहा था और टेम्पेचर भी नाप रहा था। दोपहर 12 बजे तक करीब तीस लोग पहुंचे थे। डेस्क के पास ही मेयर कक्ष है, जो बंद था। पूछने पर कक्ष के बाहर मौजूद कर्मचारी ने बताया कि अभी तक मेयर साहब नहीं आए हैं। इसके बाद किसी तरह की जानकारी देने से मना कर दिया।
महापौर कार्यालय में चल रही तैयारी मेयर कक्ष के बगल में महापौर कार्यालय भी तैयार नहीं दिखा। कमरे की जमीन पर पुरानी फाइलें बिखरी पड़ी थी। एक-एक फाइलें देखी जा रही थीं। पूछताछ में वहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि ये पुरानी फाइलें हैं, जिन्हें कहीं शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। पार्षद कक्ष भी तैयार नहीं था नगर निगम मुख्यालय में मेयर कक्ष के अलावा पार्षदों को भी बैठने के लिए कक्ष अलॉट होता है, लेकिन पड़ताल के दौरान पार्षदों के लिए कमरे नहीं मिले। पूर्व में जिस कमरे में पार्षद बैठते थे, उसमें से एक कमरे में सफाई चल रही थी। बाकी में बंद था। कक्ष के बाहर पांडेयपुर के पार्षद अशोक मौर्या व रमरेपुर के पार्षद संजय जायसवाल खड़े थे। उन्होंने बताया कि जब कक्ष अलॉट होगा तो बैठेंगे। बता दें कि इस बार 100 पार्षद चुनकर आए हैं। सभी पार्षदों को कमरा अलॉट नहीं होता है। जितनी राजनैतिक पार्टियों से पार्षद चुनकर आते हैं, उतने दलों को कमरे अलॉट किए जाते हैं. एनएसए के सामने रखी समस्याएंपड़ताल के दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी अपने कक्ष में मौजूद मिले। बातचीत में उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण के बाद पहले दिन कई पार्षद मिलने के लिए आए थे। पार्षदों ने कूड़ा उठान, नाला सफाई के साथ वार्ड के विकास को लेकर मंथन किया। इसी तरह आलोक विभाग के कक्ष में मौजूद मुख्य अभियंता अजय राम ने बताया कि कुछ पार्षद अपने वार्डों में प्रकाश व्यवस्था को लेकर मिलने आए थे। उनकी समस्याओं को नोट किया है, जिसे समयावधि में निस्तारित कराया जाएगा। कई पार्षद जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय के चक्कर लगाते दिखे थे.