एसी बस 'बेबस'
- कैंट रोडवेज से चलने वाली जनरथ एसी बसों की संख्या तीन सालों में हुई आधी
- पैसेंजर्स की कमी के चलते रोडवेज को हो रहा था रेवेन्यू लॉस उप्र राज्य परिवहन निगम ने तीन साल पहले कैंट रोडवेज से जनरथ एसी बसों का संचालन शुरु किया था। उस वक्त बनारस के खाते में 30 एसी बसें आयी थी। इन बसों को अलग-अलग रुट पर चलाया गया था। उस वक्त रोजाना रोडवेज से सफर करने वालों की संख्या 15 हजार थी। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि तीन साल बाद यात्रियों की संख्या जहां दोगुनी हो गयी है वहीं जनरथ बसें आधी रह गयी हैं। फिलहाल कैंट रोडवेज से 14 जनरथ बसें चल रही हैं। जबकि लंबे रुट पर स्कैनिया, वॉल्वो और शताब्दी बसें चल रही हैं।रोडवेज डिपो में फरवरी 2017 में जनरथ एसी बसें शुरु की गयी। उस समय में रोडवेज डिपो वाराणसी में कुल 30 बसें थीं। इन बसों को कैंट से विभिन्न रुट पर चलाया गया। सबसे ज्यादा बसें सोनभद्र और प्रयागराज रुट पर चलती थीं। लेकिन यात्रियों की कमी के चलते कई बार इन बसों की सीटें खाली ही रहती थी। जिससे रोडवेज को रेवेन्यू लॉस होने लगा। मामला ऊपर तक पहुंचा तो बसों की संख्या घटाकर 14 कर दी गयी। इस प्रकार मौजूदा समय में रोडवेज डिपो कैंट में एसी बसों की संख्या आधी हो गई है।
ज्यादा किराया बना कारण दरअसल कैंट रोडवेज से आसपास के जिलों में काफी संख्या में लोग सफर करते हैं। साधारण रोडवेज बसों की अपेक्षा जनरथ एसी बसों का किराया दोगुना है। जिसकी वजह से लोग साधारण बसों से ही सफर करते हैं। यही कारण है कि जनरथ बसें रोडवेज के लिए घाटे का सौदा साबित हुई। दोगुनी हुई पैसेंजर्स की संख्या गौरतलब हो कि एक जहां पिछले तीन सालो में रोडवेज डिपो में एसी बसों की संख्या आधी हुई है। वहीं दूसरी ओर पैसेंजर्स की संख्या में दो गुना इजाफा हुआ है। रोडवेज डिपो के अधिकारियों के मुताबिक साल 2017 में रोडवेज डिपो वाराणसी पर रोजाना 15000 यात्री सफर के लिए आते थे। जबकि इस समय 30 हजार से ज्यादा यात्री रोडवेज डिपो की एसी व आर्डिनरी बसों में सफर करते हैं। इसके अलावा रोडवेज डिपो के वर्कशॉप में 40 से ज्यादा बसें मेंटिनेंस के इंतजार में खड़ी हैं। पिंक बस भी बेबसवहीं महिलाओं के लिए खासतौर पर लेडिज स्पेशल पिंक बस भी चलायी गयी है। शुरुआत में ये एसी बस डेली लखनऊ के लिए चलती थी। फिलहाल ये बस भी अनशेड्यूल हो गयी है। महिला यात्रियों की कमी के चलते इस बस से मेल पैसेंजर्स भी सफर करने लगे हैं।
एसी जनरथ - 14 स्कैनिया - 02 वॉल्वो - 02 क्या कहते है अधिकारी- - रोडवेज डिपो में वर्तमान यात्रियों की डिमांड के हिसाब से एसी जनरथ बसों का संचालन किया जा रहां है। इसके अलावा भविष्य में यात्रियां की संख्या बढ़ने पर एसी बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। वर्तमान यात्रियों की संख्या के हिसाब से एसी बसों की संख्या पर्याप्त है। एसके राय क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज डिपो वाराणसी