काशी के गांवों की बदलेगी सूरत बढ़ेंगे रोजगार के अवसर गंगा किनारे का तारापुर गांव 'टूरिज्म विलेजÓ के रूप में है चयनित

वाराणसी (ब्यूरो)ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में शामिल उद्यमियों ने वाराणसी में पर्यटन की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए भारी निवेश की घोषणा की है। विश्वनाथ धाम में रिकार्ड श्रद्धालुओं के आने से मारकंडेय महादेव और रामेश्वर मंदिर को भव्य रूवरूप देने की तैयारी शुरू हो गई है। साथ ही टेंट सिटी की तर्ज पर गंगा किनारे का तारापुर गांव को टूरिज्म विलेज के रूप में विकसित करने की योजना है। इसी कड़ी में डीएम एस। राजलिंगम ने मार्कंडेय महादेव मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं की प्रगति की हकीकत जानने के लिए निरीक्षण किया। अभी हाल ही में आम बजट में पर्यटन के विकास पर जोर दिया गया था। थीम आधारित पर्यटन विकास, ग्रामीण पर्यटन से काशी के गांवों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

परिकल्पना को मिलेगा आकार

पर्यटन पर भारी भरकम बजट आने से मारकंडेय महादेव में जहां दो घाटों को जोडऩे के कार्य में तेजी आएगी, वहीं अन्य विस्तार भी हो सकेंगे। इसी तरह टूरिज्म विलेज के परिकल्पना को नया आकार मिलेगा। इसके तहत गंगा के किनारे स्थित तारापुर गांव को बतौर उदाहरण लिया जा सकता है। यह न सिर्फ यूको टूरिज्म का प्रमुख केंद्र बनेगा, बल्कि यह पुराने गांव की तर्ज पर विकसित होगा। यहां के लोग गांव में ही अच्छी आय कर सकेंगे.

पर्यटकों के अनुकूल तारापुर

टूरिज्म विलेज के रूप में चयनित तारापुर के पास ही माधोपुर में भगवान शिव का सिद्ध मंदिर है तो समीप से ही गंगा उत्तरवाहिनी हुई हैं। यहां का बहुत शहरीकरण भी नहीं हुआ है, ऐसे में यहां का माहौल पूरी तरह पर्यटकों के लिहाज से उनके अनुरूप है। लोगों का मानना है कि बदलते परिवेश में अब पर्यटक शहरी भीड़भाड़ के बजाय गांव की शांति एवं सादगी को महसूस करना चाहते हैं। पर्यटक यहीं के अन्न, फल और सब्जी सहित विभिन्न व्यंजनों का जायका ले सकेंगे। इसमें महिलाओं की सहभागिता पर खास जोर रहेगा। खास बात यह कि तमाम कार्यों के लिए 20 प्रतिशत तक पर्यटन विभाग की ओर से अनुदान के साथ लोगों को प्रशिक्षण भी मिलेगा.

गंगा तट तक पाथवे स्ट्रीट

डीएम ने कहा कि मंदिर द्वार के सामने दोनों ओर की दुकानों के बीच इतना पर्याप्त स्थान छोड़ कर व्यवस्थित किया जाय कि आवश्यकता पडऩे पर छोटे मोटे धार्मिक कार्यक्रम द्वार के सामने हो सकें। इसके अलावा मंदिर के चारों ओर पैसेज व दो बड़े हाल वीआईपी रूम बनाने का प्रपोजल भी है। मंदिर के सामने की गंगा घाट को जाने वाली रोड को घाट तक 10 फिट चौड़ी करने के लिए फिर से रेलिंग, उद्यान विभाग द्वारा ग्रीनरी लगाने और अच्छी फसाड लाइटिंग लगाकर पाथ-वे स्ट्रीट विकसित करने का निर्देश दिया। इसके अलावा घाट पर चेंजिंग रूम बनाने का भी निर्देश दिया। गोमती नदी व गंगा नदी के संगम पर संगम घाट को जाने वाले मार्ग को भी इसी प्रकार 10 फिट चौड़ी करते हुए विकसित करने के साथ ही पार्किंग, शौचालय, चेंजिंग रूम, पार्क, बेंच व शेड, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कैफेटेरिया, डस्टबिन लगाने तथा फसाड लाइटिंग सहित प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।

घरेलू पर्यटन के विकास पर जोर है। मारकंडेय महादेव मंदिर को विकसित करने को लेकर चल रही परियोजनाओं की लगातार मानिटरिंग हो रही है। काशी में धार्मिक स्थलों को विकसित करने पर पहले से काम हो रहा है.

एसराजलिंगम, डीएम

Posted By: Inextlive